महेंद्र सिंह धोनी भारतीय क्रिकेट टीम के ऐसे खिलाड़ी रहे हैं जिन्होंने वनडे, टेस्ट टी-20 तीनों में देश का गौरव ऊंचा किया है। उनकी कप्तानी में इंडिया ने तीनों आईसीसी ट्रॉफीज (चैंपियंस ट्रॉफी, विश्व कप, टी-20 विश्व कप) जीती हैं। जिसके चलते धोनी को भारतीय क्रिकेट का स्टार खिलाड़ी माना जाता है उनके नाम विश्व क्रिकेट के कई बड़े रिकॉर्ड लेकिन फिर भी कैसे रिकॉर्ड्स है जो वो नहीं बना पाए और यह ऐसे रिकॉर्ड्स हैं जिन्हें कहीं न कहीं धोनी भी भूलना चाहते होंगे।
एशिया के बाहर शतक का सूखा
इसमें कोई शक नहीं कि महेंद्र सिंह धोनी एक बहुत अच्छे मैच फिनिशर हैं और इसके लिए उनकी पूरी दुनिया में तारीफ की जाती है। लोग उनके जैसा बनने के सपने देखते हैं। उन्होंने पूरी दुनिया में अनेकों रिकॉर्ड बनाए लेकिन वह कभी एशिया महाद्वीप के बाहर कोई शतक नहीं लगा पाए। यह एक ऐसा रिकॉर्ड है जो हमेशा धोनी के मन में कचोटता रहेगा।
धोनी ने अपने सारे शतक एशिया महाद्वीप के अंदर भारत, पाकिस्तान, श्रीलंका और बांग्लादेश में ही लगाए हैं, लेकिन एशिया के बाहर वह आज तक एक भी शतक नहीं लगा पाए।
लगातार हार का बुरा दौर
धोनी के लिए विश्व कप 2011 के बाद 2014 तक का दौर बहुत खराब था, जिस दौरान 19 सबसे ज्यादा निंदा टेस्ट क्रिकेट को लेकर हुई थी। भारतीय टीम का टेस्ट क्रिकेट में गिरता प्रदर्शन धोनी समेत पूरी टीम के लिए चिंता का सबब बन गया था। इसके कारण धोनी की कप्तानी पर सवाल उठने लगे थे।
धोनी ने 2011 से 2014 के बीच चार टेस्ट सीरीज लगातार हारीं थी, जिससे उनकी छवि पर एक दाग लगा था और अनजाने में ही सही लेकिन धोनी से एक ऐसा रिकॉर्ड बन गया जिसे अब वह भी भूलना चाहते होंगे।
बांग्लादेश से सीरीज हार
बांग्लादेश से हार को लेकर भारत की टीस वहीं से शुरु हो गई थी जब 2007 के वर्ल्ड कप में शुरुआत में ही भारतीय टीम बाहर हो गई थी और भारतीय टीम के बाहर होने की सबसे बड़ी वजह बांग्लादेश से हार थी। कुछ ऐसा ही 2015 में महेंद्र सिंह धोनी के साथ भी हुआ जब लगातार बांग्लादेश से दो मैच हारने के बाद भारतीय टीम ने पहली बार बांग्लादेश से सीरीज गंवा दी थी।
एक तरफ जहां पहले वनडे में भारतीय टीम को 79 रनों से हार मिली थी तो वही दूसरे वनडे में भारतीय टीम 6 विकेट से मैच गंवा बैठी थी इसके बाद भारतीय टीम के प्रबंधन से लेकर धोनी तक पर सवाल उठे थे।
ये तीनों ऐसे ही रिकॉर्ड हैं, जिन्हें भारतीय टीम के सबसे महान कप्तान महेंद्र सिंह धोनी अपने रिकॉर्ड बुक से अलग ही रखना पसंद करेंगे। यह धोनी के रिकॉर्ड बुक में एक शर्मनाक अध्याय जोड़ते हैं।