उत्तर प्रदेश के जिले हाथरस के बाद बलरामपुर में हुए गैंगरेप के बाद ये बात तो साबित हो चुकी है कि यूपी में लड़कियां सुरक्षित नहीं है। इसमें पीडिता के मौत के बाद राज्य सरकार ने मृतका के परिजनों को आवासीय पट्टा और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की घोषणा की है. बलरामपुर सदर से भाजपा विधायक पलटूराम ने शुक्रवार को बताया कि गैसड़ी में हुई घटना का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान लिया है और गरीब तबके के इस परिवार को सहारा देने के लिए पीड़ित परिजनों को आवासीय पट्टा या जमीन और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की घोषणा की है.

भाजपा विधायक पलटूराम शुक्रवार को पीड़ित परिजनों से मिलने उनके घर पहुंचे. उन्होंने घटना की निन्दा करते हुए कहा कि ऐसा गंदा काम करने वालों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी. सरकार ने इस घटना में शामिल आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार करने का काम किया है.ऐसे समय में सरकार पीड़ित परिवार के साथ खड़ी हुई है. विधायक ने कहा कि पीड़ित परिवार को 6 लाख 18 हजार 750 रुपये की आर्थिक मदद दी जा चुकी है. उन्हें दो लाख रुपये की अन्य मदद जल्द दी जाएगी. परिवार को आवासीय पट्टा भी दिया जाएगा और एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाएगी.
डीएम ने दिया चेक

मृतका के गांव में दिनभर राजनीतिक पार्टियों के कार्यकर्ताओं का आना जाना लगा हुआ है. बलरामपुर के जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश और पुलिस अधीक्षक देव रंजन वर्मा ने मृतका के घर पहुंचकर करीब 6 लाख 18 हजार रुपये की आर्थिक सहायता का चेक परिजनों को सौंपा और सरकार से भी सहायता दिलाने का आश्वासन दिया.

पीड़ित परिवार का हाल जानने पहुंचे पूर्व मंत्री एस.पी. यादव ने उत्तर प्रदेश सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि प्रदेश में जबसे भाजपा की सरकार आई है, प्रदेश हत्या, बलात्कार और अपहरण प्रदेश बन गया है. वहीं, कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने गैसड़ी घटना के विरोध में प्रदर्शन किया और मुख्यमंत्री का पुतला भी फूंका. गत मंगलवार को हुई घटना के संबंध में पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफतार कर लिया है.
