नई दिल्ली : वैश्विक महामारी कोरोना ने हमारे देश का हुलिया ही बदल दिया है. जहां लाखों लोगों ने इस महामारी में अपनी जानें गवाई है, वहीं हमारे अर्थव्यवस्था को भी झकझोर कर रख दिया है. रेल सेवा पूरी तरह से ठप कर दी गई थी. पुरे देश में 22 मार्च से लगातार 3 महीने के लॉकडाउन के बाद कुछ स्पेसल ट्रेनों को चलाया गया. पुनः एक बार ट्रेनें पटरी पर दौड़ी लेकिन पूर्ण रूप से नहीं। लेकिन एक बार फिर इस महीने 12 सितम्बर से 80 स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया जायेगा…
12 सितम्बर से चलेंगी 80 विशेष ट्रेनें
बता दें कि यात्रिओं के आवागमन के लिए सरकार ने 12 सितम्बर से 80 स्पेशल ट्रेनों को चलाने का फैसला लिया है. जिसका आरक्षण 10 सितम्बर से शुरू हो जाएगा। रेलवे बोर्ड ने जानकारी दी है कि जो ट्रेने 12 सितम्बर से संचालित होगीं वो इस वक़्त चल रहीं ट्रेनों के अतिरिक्त होंगे. कोरोना से बचने के लिए किये गए है सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम.
Railways to run 40 pairs of new special trains from September 12. Reservation for these will begin from September 10: Vinod Kumar Yadav, Chairman Railway Board (File pic) pic.twitter.com/fGw456HUrR
— ANI (@ANI) September 5, 2020
रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष इस बात का भरोसा दिलाते हुए कहा है कि जल्द ही ट्रेनों के विषय में सुचना जारी कर दी जाएगी. शनिवार तक सुचना जारी होने की संभावनाएं है. साथ-ही उन्होंने ये भी कहा कि परिस्थितियों को देखते हुए हमने पुरे इंतज़ाम किये हैं.
दिल्ली सरकार और रेलवे ने साथ मिलकर उठाए गए हैं कड़े कदम
रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष वीके यादव जानकारी देते हुए बताया कि “परीक्षाओं के लिए या ऐसे ही किसी उद्देश्य के लिए राज्य सरकारों से अनुरोध किए जाने पर ट्रेनों का परिचालन किया जाएगा. जहाँ जरूरत होगी वहां ट्रेन अवश्य चलाई जाएगी. जरूरत पड़ने पर क्लोन ट्रेनों का भी संचालन किया जायेगा.
उन्होंने यह भी बताया कि भले ही कोरोना संकट की वजह से कुछ निविदा और भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया पर असर पड़ा हो लेकिन बुलेट ट्रेन परियोजना में अच्छी प्रगति हुई है. साथ-ही उन्होंने यह भी कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक, पटरियों के किनारे जमा कचरा हटाने के लिए दिल्ली सरकार और रेलवे ने साथ मिलकर कड़े कदम उठाए गए हैं.
कोरोना के दौरान रेलवे ने रिफंड किये कुल 2,727 करोड़ रुपये
बता दें कि कोरोना महामारी के दौरान सबसे ज्यादा नुकसान रेलवे को ही हुआ है. रेलवे को सम्पूर्ण लॉकडाउन के दौरान सभी यात्रिओं के टिकट का कुल किराया वापस करना पड़ा है. जिससे रेलवे बजट को बड़ा धक्का लगा है. मीडिया एजेंसी पीटीआइ के रिपोर्ट के मुताबिक 22 मार्च से लेकर 23 अगस्त तक 1 करोड़ 78 लाख से अधिक टिकट रद किए गए थे. जिसके लिए रेलवे ने यात्रिओं को कुल 2,727 करोड़ रुपये की राशि रिफंड की थी.
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भारतीय रेलवे ने इन 80 ट्रेन के नाम सार्वजनिक कर दिए हैं, जिसको आप नीचे देख सकते हैं.
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