बीजेपी उपाध्यक्ष बैजयंत जय पांडा ने सनसनीखेज दावा किया है। उनका कहना है कि कुछ बॉलीवुड हस्तियों के पाकिस्तानी जासूस एजेंसी (आईएसआई) और पाकिस्तानी सेना के साथ संबंध हैं। कहा जा रहा है कि शाहरुख खान और उनकी पत्नी गौरी का रेहान सिद्दीकी और टोनी आशई के साथ व्यावसायिक संबंध है। बताते चलें कि रेहान सिद्दीकी और टोनी आशई पर जम्मू-कश्मीर में भारत विरोधी बयान देने का आरोप है।
शाहरुख और गौरी के साथ टोनी के व्यापारिक संबंध की चर्चा
सूत्रों के मुताबिक, शाहरुख और गौरी दोनों के टोनी के साथ व्यापारिक संबंध हैं, जो अमेरिका में रहता है। पेशे से वास्तुकार टोनी कश्मीर में पैदा हुए था। उस पर कश्मीरी युवाओं को पत्थर और बंदूक उठाने के लिए उकसाने का भी आरोप लगाया गया है।
टोनी आशई ने किया ट्वीट
इस खबर पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए टोनी आशई ने ट्वीट कर लिखा कि-
“यह षड्यंत्र मात्र है। भारतीय मीडिया मेरे बारे में आईएसआई एजेंट होने के बारे में आधारहीन है। कोई भी पत्रकार या कोई अन्य व्यक्ति सबूत देते हैं या बिना शर्त माफी मांगते हैं। आप में से कुछ को अमेरिकी न्यायालयों में व्यक्तिगत रूप से मुकदमा दायर करना होगा। वहां इसे साबित करना होगा।”
This is the last statement I am putting out here about some Indian Media accusing me of being an ISI agent, JKLF member and instigating violence in Kashmir.
1. I have never met anyone in Pakistan Army or ISI in my life and no am not working for any agency. 1/n— Tony Ashai (@tonyashai) July 23, 2020
रेहान का बॉलीवुड कनेक्शन
वहीं दूसरी ओर रेहान सिद्दीकी ह्यूस्टन निवासी हैं। उन्होंने कथित तौर पर दक्षिण एशिया और बॉलीवुड के कई सितारों के साथ 400 से अधिक संगीत कार्यक्रमों का आयोजन किया है। रेहान सिद्दीकी एक रेडियो चैनल के माध्यम से अक्सर कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियों का समर्थन करता है।
ब्लैकलिस्ट हैं रेहान सिद्दीकी
सिद्दीकी को संगीत और रेडियो उद्योग में व्यापक अनुभव है और कहा जाता है कि उन्होंने दक्षिण एशिया और बॉलीवुड के कई बड़े सितारों के साथ 400 से अधिक सफल संगीत कार्यक्रम आयोजित किए हैं। इस महीने की शुरुआत में उन्हें गृह मंत्रालय द्वारा भारत विरोधी प्रचार करने पर विशेष रूप से कश्मीर से संबंधित फंडिंग करने पर ब्लैकलिस्ट किया गया था।
यहाँ देखें भाजपा नेता का ट्वीट
An absolute must-read on Bollywood & its links to Pakistan’s ISI. This article is part memoir, by a Pandit who grew up in J&K & escaped the community’s genocide. But without bitterness, just rational analysis of the industry’s underbelly, the Kashmir connection & the way forward. https://t.co/AePg4vyL3g
— Baijayant Jay Panda (@PandaJay) July 24, 2020