सुशांत मामले में फंसी रिया चक्रवर्ती की मुश्किलें कम होने का नाम ही नहीं ले रही है। आए दिन उनके लिए समस्या बढ़ती ही जा रही है।आपकों बता दें कि रिया चक्रवर्ती का नाम एन सी बी की रड़ार पर सबसे पहले नम्बर पर है। बीते दिन बॉम्बे हाईकोर्ट में एफीडेबिट के जरिए एन सी बी ने रिया चक्रवर्ती और उनके भाई शोविक चक्रवर्ती की जमानत का विरोध किया है।
एफीडेबिट के जरिए रखी अपनी बात
एनसीबी ने एफिडेविट में कहा कि ये ड्रग सिंडिकेट के एक्टिव मेंबर हैं। एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े की ओर से दाखिल जवाब में कहा गया है कि इस बात के पुख्ता सबूत हैं कि रिया ने ड्रग तस्करी को फाइनेंस किया। वॉट्सऐप चैट, मोबाइल, लैपटॉप और हार्ड डिस्क से निकाले गए रिकॉर्ड बताते हैं कि रिया चक्रवर्ती ना केवल लगातार इसका सौदा करती थीं, बल्कि इस अवैध कारोबार को फाइनेंस भी करती थीं।
सुशांत सिंह राजपूत अगर ड्रग्स लेते थे तो रिया ने ना केवल उनकी इस बात को छिपाया बल्कि इसमें उनका पूरा पूरा साथ भी दिया ,जो कि सरासर गलत है।उन्हें सुशांत की शुभचिंतक होने के नाते समझाना चाहिए था।
एन सी बी ने यह भी कहा कि यदि पूरे परिदृश्य को देखें तो रिया ने यह जानते हुए कि सुशांत सिंह राजपूत ड्रग्स ले रहे हैं, उन्होंने इसे प्रश्रय दिया। मौजूदा आवेदक ने उपने घर में ड्रग्स को स्टोर किया और सुशांत सिंह राजपूत को भी देती रही।
रिया थी ड्रग सिंडिकेट की एक्टिव मेंबर
एन सी बी ने ये भी बताया कि रिया हाई सोसायटी पर्सनैलिटीज से जुड़े ड्रग सिंडिकेट की एक्टिव मेंबर हैं। इस बात के पर्याप्त सबूत हैं कि वह ड्रग्स तस्करी में शामिल थीं। रिया चक्रवर्ती ड्रग डिलीवरी करतीं थीं और क्रेडिड कार्ड, कैश और पेमेंट गेटवे के जरिए पेमेंट करती थीं।अब मुंबई की विशेष अदालत ने उन्हें 6 अक्टूबर तक फिर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।