बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की मौत हुए आज पांच महीने गुजर गए है , लेकिन अभी तक कोई खास सबूत सामने ना आया है। हालाकि इस केस की गुत्थी सुलझाने में चार-चार जांच एजेंसियां लगी हुई हैं, लेकिन कोई खास परिणाम सामने ना आया है। इसके कारण सी बी आई पर दबाव बढ़ता ही जा रहा है।
एम्स की रिपोर्ट से बंधी उम्मीदें
एम्स की रिपोर्ट आने के बाद उम्मीद बंधी हैं कि सीबीआई जल्द किसी नतीजे पर पहुंचेगी और पता ये चलेगा कि आखिर ये मामला हत्या का है या आत्महत्या का। इस वक्त सीबीआई के साथ, ईडी, एनसीबी और मुंबई पुलिस भी सुशांत की मौत की जांच में लगी हुई हैं। सीबीआई हत्या या आत्महत्या की गुत्थी सुलझा रही है, तो ईडी मौत के पीछे पैसे के घपले का पता लगा रही है। एन सी बी ड्रग्स कनेक्शन की जांच कर रही है। तो मुंबई पुलिस माफिया एंगल खोज रही है, लेकिन रिजल्ट किसी का भी सामने नहीं आया है।
वकील उठा रहे हैं सवाल
धीरे धीरे वक्त बीतता जा रहा है और परिवार के लोगों का सब्र भी खत्म हो रहा है।सुशांत के वकील भी सवाल उठा रहे हैं। लोग भी पूछने लगे हैं कि आखिरी 4-4 एजेंसियां कर क्या रही हैं? एम्स की रिपोर्ट से तीन बड़े खुलासे हुए हैं। सुशांत के जिस्म में जहर नहीं मिला । मगर कूपर अस्पताल को क्लीन चिट नहीं दी गई है और सीबीआई की जांच की दिशा से फाइडिंग भी मेल खा रही है।
एम्स रिपोर्ट से सी बी आई पर दवाब बढ़ गया है। सीबीआई जांच को 40 दिन से ज्यादा हो गए। अब तो कुछ बताना ही होगा। देरी के साथ शक भी गहराने लगा है। अब तक सीबीआई ने एक भी प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं की। मुंबई पुलिस 2 महीने से ज्यादा लगा चुकी है। सी बी आई भी 40 दिन बाद तक कोई एफ आई आर दर्ज नहीं कर पाई है।