ऐसे तो टेलीविज़न पर बहुत से एड आते हैं, लेकिन कुछ ऐड पुराने हैं और बहुत ही फेमस हैं वो ऐड। जी हाँ, हम बात कर रहे हैं एमडीएच मसाले की। इतने सालो से ऐड आ रहा है कि हर किसी के दिमाग में बैठ गया है। देखा होगा आपने कि इस ऐड में एक बुजुर्ग अंकल भी आते हैं जिनका नाम धर्मपाल गुलाटी है, बता दें कि धर्मपाल जी इस कंपनी के मालिक हैं और इनका एमडीएच मसालों दुनिया भर में चर्चित हैं। बताते हैं आज धर्मपाल जी के बारे में उन्होंने कैसे इस कारोबार को स्थापित किया।
तांगा चला कर किया परिवार की देखभाल
धर्मपाल गुलाटी मूल रूप से पाकिस्तानी जमीन के परिवार से हैं, उनका परिवार देश विभाजन से पहले पाकिस्तान के सियालकोट में रहता था और जब देश का बंटवारा हुआ तब उनका परिवार दिल्ली के करोल बाग में आकर बस गया। अपने पुराने घर को छोड़कर वह दिल्ली में बसे थे उस दौरान उनके पास ना इतनी आमदनी थी ना ही कोई काम, लेकिन धर्मपाल ने हार नहीं मानी और उन्होंने तांगा चलाने का फैसला किया और पुरे दिन तांगा चला कर वह अपने परिवार की देखभाल करते थे।
जब धर्मपाल सियालकोट से आये थे उस समय उनकी जेब महज 1500 रुपए ही थे, जिसका उन्होंने 650 रुपए में घोड़ा खरीद लिया था और वह दिल्ली स्टेशन पर तांगा चलाया करते थे, लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था और उन्होंने कुछ समय तांगा चलाकर उसे अपने भाई को सौंप दिया था। इसके बाद धर्मपाल ने छोटा खोखा खोल मसाले बेचना शुरू किया।
देखते ही देखते पूरे देश में फ़ैल गया कारोबार
करोल बाग के आजम खान रोड पर शुरू हुआ ये व्यपार देखते ही देखते पुरे देश में फेमस हो गया और हर कोई उनके खोखे से मसाला खरीदने आया करता था। धर्मपाल की ख़ास बात ये थी कि मसाला बहुत ही अच्छे क्वालिटी का बनाया करते थे और उसका स्वाद भी बहुत अच्छा हुआ करता था, इसी वजह से साल 1960 में इन्होने करोल बाग में काफी बड़ी दूकान खोल ली थी और दूकान बहुत ज्यादा फेमस हो गयी। यही नहीं धर्मपाल अपने कारोबार को बहतु ज्यादा फैलाना चाहते थे और इसी वजह से उन्होंने उस दौरान दिल्ली के कई इलाको में दुकाने लेना शुरू किया और उन सभी दुकानों में वह अपने मसाले बेचने लगे अपनी मेहनत और लगन से आज धर्मपाल का बिजनेस एंपायर करीब 1500 करोड़ रुपये का हो चुका है।
धर्मपाल आज भी कभी करोल बाग जाते हैं तब वह वहां की हर गली में घुमा करते हैं और यही नहीं वह इस जगह की बहुत इज्जत करते हैं क्यूंकि इस जगह की वजह से वह आज इस मुकाम पर पहुंचे हैं। इतनी उम्र होने के बाद भी धर्मपाल अपनी कंपनी को संभाल रहे हैं और दुनिया भर में देश का नाम रोशन कर रहे हैं।