नई दिल्ली- कोझिकोड में शुक्रवार को हादसे का शिकार हुए एयर इंडिया एक्सप्रेस विमान के पायलट दीपक साठे उन 18 लोगों में शामिल हैं, जिन्होंने इस दुर्घटना में अपनी जिंदगी खो दी। साठे शनिवार को नागरपुर जा कर मां को बर्थडे पर सरप्राइज देना चाहते थे, लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था। इससे पहले की उनकी मां 84वां बर्थडे सेलिब्रेट कर पातीं घर में मातम पसर गया।
84 साल की मां के बर्थ डे पर नागपुर में सरप्राइज विजिट करनी थी
एयर इंडिया के पायलट दीपक साठे अपनी 84 साल की मां नीला साठे को उनके जन्मदिन पर सरप्राइज देना चाहते थे। जन्मदिन शनिवार को था। कैप्टन साठे नागपुर में सरप्राइज विजिट पर आना चाहते थे। उनके भतीजे डॉ. यशोधन साठे ने बताया कि आज कैप्टन साठे की मां का जन्मदिन है।
वे आखिरी बार अपने परिवार से मार्च में मिले थे। इसके बाद से लगातार फोन से संपर्क में थे। उन्होंने हादसे के एक दिन पहले ही बात की थी। कैप्टन साठे अपनी पत्नी के साथ मुंबई में रहते थे। उनकी मां नीला साठे अपने पति वसंत साठे (रिटायर्ड कर्नल) के साथ नागपुर के भारत नगर कालोनी में रहती हैं। कोरोना के चलते कैप्टन साठे ने अपने माता- पिता को घर से बाहर निकलने से मना किया था।
दुःखी मां ने बयां किया दर्द
आंखों में आंसू लिए नीला साठे कहते हैं, कोरोना महामारी की वजह से वह मुझे घर से निकलने से मना करता था। वह कहता था कि यदि मुझे कुछ हो गया तो उसे बुरा लगेगा। और अचानक यह दुखद घटना हो गई। भगवान की मर्जी के आगे हम क्या कर सकते हैं। अपने बेटे के बारे में बताते हुए नीला साठे बोलीं कि वह पहला मराठी था जिसे एयर फोर्स के सभी 8 ईनाम मिले थे। वह बहुत मददगार था और दूसरों के लिए कुछ भी कर सकता था।