तमन्ना भाटिया और विराट कोहली दोनों ही एक बहुत बड़े सेलिब्रिटी हैं ऐसे में इन दोनों को गिरफ्तार करने की मांग उठाने लगी है जो कि एक बहुत बड़ा कदम हो सकता है इन दोनों के ही खिलाफ मद्रास हाईकोर्ट में ये मांग हुई है। इन पर सट्टेबाजी और बेटिंग को बढ़ावा देने का आरोप लगाया जा रहा है जो कि बेहद संगीन जुर्म में आता है लेकिन इसके पीछे भी एक वजह है जो जानना बेहद जरूरी है।
विज्ञापन के जरिए सट्टेबाजी को बढ़ावा
दरअसल तम्मन्ना भाटिया और भारतीय क्रिकेट टीम के कैप्टन विराट कोहली पर आरोप लगाया जा रहा है कि ये दोनों ही सेलिब्रिटीज अपने विज्ञापनों में सट्टेबाजी जैसी चीजों के समर्थन में बात कहते हैं जिसके चलते इन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए और इसके लिए मद्रास हाईकोर्ट में एक वकील ने याचिका भी दायर कर दी है।
ऑनलाइन गेमिंग पर प्रतिबंध
मद्रास हाईकोर्ट में जो याचिका लगाई गई है उसमें तमन्ना और विराट कोहली को गिरफ्तारी की मांग के साथ ही कोर्ट से ये भी गुज़ारिश की गई है कि देश में ऑनलाइन सट्टेबाजी को पूरी तरह बंद किया जाना चाहिए क्योंकि इसके चलते युवाओं में सट्टेबाजी की बुरी लत लग रही है और ये लोगों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने जैसा ही है।
सेलिब्रिटीज से करवाते विज्ञापन
आपको बता दें कि इस याचिका में कहा गया है कि देश में ऑनलाइन सट्टेबाजी के लिए सट्टे वाली ये कंपनियां विराट कोहली और तमन्ना भाटिया जैसे सितारों का विज्ञापन करते हैं जिससे लोग उनकी ओर आकर्षित होते और सट्टा लगाने का शौक धीरे-धीरे एक बड़ी आदत में परिवर्तित हो जाता है जिससे लोगों के लिए भविष्य में मुश्किलें बढ़ जाती है।
कौन से हैं विज्ञापन
गौरतलब है कि तमन्ना भाटिया और स्टार बल्लेबाज विराट कोहली एमपीएल एप्लिकेशन का प्रचार करते हैं। जिसमें लोगों को खेलने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। जिसके बाद इस एप के अब तक 50 लाख यूजर्स हैं। बड़ी बात ये है कि इस एप्लिकेशन में 40 से ज्यादा गेम्स हैं जिनमें सट्टा लगाने के लिए लोगों को मोटिवेट किया जाता है।
बुरे हैं इसके मामले
आपको बता दें कि ऑनलाइन सट्टेबाजी को रोकने और विराट कोहली समेत तमन्ना को गिरफ्तार करने की मांग वकील ने हाल ही में हुए एक मामलेे को संज्ञान में लेते हुए कही है। आपको बता दें कि कुछ दिनों पहले एक ऐसा मामला सामने आया था जिसमें एक शख्स ने ऑनलाइन सट्टा लगाया और जब वो नहीं जीत पाया तो उसने कर्ज के चलते आत्महत्या कर ली थी जिसके बाद एक बड़ा बवाल भी हुआ था।