5 अगस्त को हिंदुओ की बहुप्रतीक्षित मंदिर निर्माण कार्य का शुभारम्भ देश के प्रधानमंत्री करेंगे, ऐसे में वहां कई सम्मानित लोग उपस्थित होंगे, लेकिन कोरोना महामारी को देखते हुए सिर्फ सिमित लोगों को ही निमन्त्रण भेजा जाएगा, ऐसे में मुस्लिम नेता आजम खान ने पहले ही चेतावनी दे दी है।
मुस्लिम कार सेवक मंच अध्यक्ष आज़म खान ने अयोध्या में जा कर कहा कि उन्होंने राम मंदिर आंदोलन में बहुत बड़ी भूमिका निभाई है, इसलिए मंदिर के भूमि पूजन में अगर उनको नही बुलाया गया तो वे सरयू नदी में जा कर जलसमाधि ले लेंगे।
आजम का कहना है कि राम को किसी भी धर्म से सीमित रखना सही नही है, इस पुण्य काम में वे भी शामिल होना चाह रहे हैं। उन्होंने ये भी कह दिया कि जिस तरह भगवान श्री राम और लक्ष्मण सरयू में जा कर जल समाधि ली, उसी तरह मैं भी सरयू में जल समाधि ले लूंगा अगर मुझे इस पुण्य काम में नही बुलाया गया।
मंदिर भूमि पूजन में शामिल होना चाह रहे आजम
आजम अयोध्या में भगवान के दर्शन करने आए थे और राम मंदिर के आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले स्वर्गीय संत श्री महंत रामचंद्र दास परमहंस के समाधि पर श्रद्धांजलि भी अर्पित किए। इस दौरान आजम खान ने खुले शब्दों में चेतावनी दी है कि अगर उन्हें मंदिर के भूमि पुजन में मौका नहीं मिला तो वो वहीं सरयू में जल समाधि ले लेंगे।
मंदिर के भूमि पूजन में पीएम मोदी भी होंगे शामिल-
बता दें 5 अगस्त को अयोध्या में राम मंदिर का भूमि पूजन होने वाला है। जिसमे भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल होने वाले हैं। मंदिर निर्माण की पहली ईट प्रधानमंत्री अपने हाथों से रखेंगे इस वजह से भूमि पूजन का महत्व और बढ़ गया। मंदिर के निर्माण में भूमि पुजन का शुभ समय मात्र 36 सेकंड का है और इसी में प्रधानमंत्री इस कार्य को सम्पन्न करेंगे।