हाथरस में गैंग रेप पीड़ित के परिवार से मिलने जा रहे राहुल और प्रियंका गांधी को यूपी पुलिस ने नोएडा एक्सप्रेस वे पर ही रोक दिया, जिससे कि वहां पर हड़कंप मच गया, तो वहीं दूसरी ओर पुलिस ने कांग्रेस पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी, दीपेंद्र सिंह हुड्डा ,पीएल पुनिया और सचिन पायलट समेत 186 कांग्रेसियों के खिलाफ एफ आई आर दर्ज की है। आपको बता दें कि प्रियंका गांधी उत्तर प्रदेश की प्रभारी भी हैं। कांग्रेस नेता राहुल और प्रियंका गांधी गैंगरेप पीड़ित के परिवार से मिलने के लिए हाथ रख नहीं जा सके उत्तर प्रदेश पुलिस ने उन्हें ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस वे पर ही रोक दिया।
राहुल को किया गिरफ्तार
पुलिस के मना करने के बावजूद ना मानने पर 2.30 बजे इकोटेक-1 थाना इलाके में गिरफ्तार कर लिय़ा गया। राहुल और प्रियंका को पुलिस ने शाम 6.30 बजे छोड़ भी दिया, जहां से वो दोनो वापस दिल्ली लौट आए। राहुल और प्रियंका कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ दोपहर 1.30 बजे दिल्ली से एक्सप्रेस-वे पर पहुंचे। यहीं, उनके काफिले को पुलिस ने रोक दिया। इसके बाद वे पैदल ही आगे बढ़ने लगे। इस बीच पुलिस उन्हें समझाती रही। कुछ दूर चलने के बाद पुलिस ने फिर रोक दिया। पुलिसवाले ने राहुल की कॉलर भी पकड़ी। धक्कामुक्की में राहुल जमीन पर गिर गए। कांग्रेस नेताओं के अनुसार राहुल के हाथ में चोट भी लगी है।
203 लोगों के खिलाफ दर्ज हुई एफआईआर
इकोटेक-1 थाने की पुलिस ने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी समेत 200 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। पुलिस ने उन सभी पर धारा 144 और महामारी कोविड-19 के नियमों का उल्लंघन करने का केस किया है। पुलिस का आरोप है कि दोनों नेताओं ने डीएनडी के रास्ते काफिले के साथ नोएडा में प्रवेश किया।
प्रियंका ने किये सवाल
प्रियंका ने हाथरस के लिए रवाना होने से पहले ट्वीट कर कहा था कि गैंगरेप की शिकार लड़की के पिता को जबरदस्ती ले जाया गया। सीएम से वीसी के नाम पर बस दबाव डाला गया। वे जांच की कार्रवाई से संतुष्ट नहीं हैं। अभी पूरे परिवार को नजरबंद रखा है। बात करने पर मना है। क्या धमकाकर उन्हें चुप कराना चाहती है सरकार?