यूपी के हरदोई शहर में धोखाधड़ी का एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसे जानकर आप चौंक जाएंगे। यहां की निवासी महिला को ‘बंटी और बबली’ ने गोमती नदी ही बेच दी। दरअसल महिला को जो भूमि लगभग 30 लाख रुपये मेें बेची गई उसमें से आधे से अधिक जमीन पर गोमती नदी बहती है, जबकि शेष जमीन भी गोमती किनारे है। लेखपाल की आख्या मिलने के बाद पुलिस ने जालसाजी करने वाले एक शख्स को गिरफ्तार कर लिया है। अन्य आरोपियों को हिरासत में लेने के लिए पुलिस लगातार दबिश दे रही है।
ये है मामला
लखनऊ जनपद के महानगर थाना क्षेत्र अंतर्गत रहीमनगर निवासी मिथलेश के पति योगेश्वर कुमार लखनऊ में बीएसएनएल में तैनात थे और वर्ष 2019 में सेवानिवृत्त हो गए। दंपति ने सेवानिवृत्त होने पर मिले रुपयों से भूमि खरीदने की विचार बनाया। अतरौली थाना क्षेत्र के ग्राम मंडौली निवासी मैनू उर्फ भैनू ने एक दंपति को लखनऊ में जमीन बताई। मिथलेश के अनुसार मैनू ने उसकी मुलाकात सीतापुर के सिंधौली थाना क्षेत्र के ग्राम घरावां निवासी हरिकृष्ण श्रीवास्तव पुत्र विशंभर और लखनऊ के बख्शी का तालाब थाना क्षेत्र के तिवारीपुर निवासी मंजू यादव पत्नी रामलखन यादव से कराई।
खरीदी जमीन देखने पहुँचे तो पता चला वहां बह रही गोमती नदी
इन सभी लोगों ने मिलकर मिथलेश और उसके पति योगेश्वर को भटपुर-करौंध मार्ग पर लगभग साढ़े 34 बीघा भूमि दिखाई और इसका बैनामा भी कर दिया। इसके एवज में 29,43,620 रुपये का भुगतान कर दिया। जब यह लोग जमीन पर कब्जा लेने पहुंचे तो पता चला कि उक्त भूमि वहां है ही नहीं और मौजूद खेत के मालिकों ने उन्हें अभिलेख भी दिखाए ये देख दंपति के पैर के नीचे जमीन खिसक गई।
लेखपाल की रिपोर्ट के बाद हरकत में आई पुलिस
28 फरवरी को मिथलेश ने मैनू उर्फ भैनू, हरिकृष्ण श्रीवास्तव और मंजू यादव के विरुद्ध जालसाजी, धोखाधड़ी और फर्जीवाड़े की रिपोर्ट अतरौली थाने में दर्ज करा दी। पुलिस ने मामले की विवेचना शुरू की और संबंधित लेखपाल से पूरी रिपोर्ट मांगी। प्रभारी निरीक्षक संतोष तिवारी के मुताबिक लेखपाल की रिपोर्ट से पता चला कि जो जमीन बैनामा की गई है उस पर गोमती नदी बहती है। कुछ भूमि गोमती से सटी हुई है और उसे भी बेचा नहीं जा सकता। प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि फर्जीवाड़े और जालसाजी की पुष्टि हो जाने पर हरिकृष्ण श्रीवास्तव को हिरासत में ले लिया गया है। अन्य आरोपियों की तलाश में लगातार दबिश दी जा रही है।