उत्तर प्रदेश में लगातार घट रही हत्या और अपहरण की घटनाओं पर योगी सरकार चौतरफा घिर गई है. कानपुर के चर्चित बिकरू कांड से लेकर गाजियाबाद, अमेठी और फिर कानपुर की ही घटना जिसमें एक युवक का अपहरण कर हत्या कर दी गई. तकरीबन एक महीने के अंदर हुई इन बड़ी घटनाओं ने उत्तर प्रदेश को हिला कर रख दिया. साथ ही पुरे देश के सामने प्रदेश की पुलिस की कार्यप्रणाली की पोल खोलकर रख दी.
मौका मिलते ही विपक्षी दलों ने अब सरकार पर सीधा निशाना साधना शुरू कर दिया है. एक ओर जहां पूर्व मुख्यमंत्री व सपा प्रमुख अखिलेश यादव और बसपा सुप्रीमो मायावती ने सरकार की व्यवस्था को कटघरे में खड़ा किया है तो वहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी जमकर सरकार पर प्रहार किया है.
क्या है मामला?
मामला और गरम तब हो गया जब कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष को कानपुर जाने से रोक दिया गया. शुक्रवार को अपह्रत लैब टेक्नीशिनयन संजीत यादव की हत्या की खबर सामने आने पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय सिंह लल्लू कानपुर के बर्रा जाने के लिए जैसे ही लखनऊ से निकले उनको पुलिस ने कानपुर जाने से रोक दिया.
लल्लू कानपुर में संजीत यादव के पीड़ित परिवारीजनों से मिलने के लिए जा रहे थे। इसके बाद से राजनीति और गरमा गई है. हालाँकि संजीत की हत्या की खबर आते ही ट्विटर के जरिए विपक्ष ने सूबे की सरकार और पुलिस पर जमकर निशाना साधा शुरू कर दिया था.
सपा ने की 5 लाख देने की घोषणा….
अखिलेश यादव
कानपुर से अपहृत इकलौते बेटे की मौत की ख़बर दुखद है. चेतावनी देने के बाद भी सरकार निष्क्रिय रही. अब सरकार 50 लाख का मुआवज़ा दे.
सपा मृतक के परिवार को 5 लाख की मदद देगी.
अब कहाँ है दिव्य-शक्ति सम्पन्न लोगों का भयोत्पादक प्रभा-मण्डल व उनकी ज्ञान-मण्डली.#PresidentRuleInUP
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) July 24, 2020
“कानपुर से अपह्रत इकलौते बेटे की मौत की खबर दुखद है. चेतावानी देने के बाद भी सरकार निष्क्रिय रही. अब सरकार 50 लाख का मुआवजा दे. सपा मृतक के परिवार को 5 लाख की मदद देगी. अब कहां है दिव्य-शक्ति सम्पन्न लोगों का भयोत्पादक प्रभा-मण्डल व उनकी ज्ञान मंडली.”
मायावती
यूपी में जारी जंगलराज के दौरान एक और घटना में कानपुर में अपहरणकर्ताओं द्वारा श्री संजीत यादव की हत्या करके शव को नदी में फेंक दिया गया जो अति-दुःखद व निन्दनीय। प्रदेश सरकार खासकर अपराध-नियंत्रण व कानून-व्यव्स्था के मामले में तुरन्त हरकत में आए, बीएसपी की यह माँग है।
— Mayawati (@Mayawati) July 24, 2020
“यूपी में जारी जंगलराज के दौरान एक और घटना में कानपुर में अपहरणकर्ताओं द्वारा संजीत यादव की हत्या करके शव को नदी में फेंक दिया गया जो अति दुखद व निन्दनीय. प्रदेश सरकार खासकर अपराध नियंत्रण व कानून-व्यवस्था के मामले में तुरंत हरकत में आए, बीएसपी की यह मांग है.”
प्रियंका गांधी वाड्रा
उप्र में कानून व्यवस्था दम तोड़ चुकी है। आम लोगों की जान लेकर अब इसकी मुनादी की जा रही है।
घर हो, सड़क हो, ऑफिस हो कोई भी खुद को सुरक्षित महसूस नहीं करता।
विक्रम जोशी के बाद अब कानपुर में अपहृत संजीत यादव की हत्या। खबरों के मुताबिक..1/2 pic.twitter.com/SGFRLstgrT
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) July 24, 2020
“उप्र में कानून व्यवस्था दम तोड़ चुकी है. आम लोगों की जान लेकर अब मुनादी की जा रही है. घर हो, सड़क हो, आफिस हो, कोई भी खुद को सुरक्षित महसूस नहीं करता. विक्रम जोशी के बाद अब कानपुर में अपह्रत संजीत की हत्या. खबरों के मुताबिक पुलिस ने किडनैपर्स को पैसे भी दिलवाए और अब उनकी हत्या कर दी गई. एक नया गुंडाराज आया है. इस जंगलराज में कानून व्यवस्था सरेंडर कर चुकी है.”
…पुलिस ने किडनैपर्स को पैसे भी दिलवाए और अब उनकी हत्या कर दी गई।
एक नया गुंडाराज आया है।
इस जंगलराज में कानून-व्यवस्था गुंडों के सामने सरेंडर कर चुकी है। 2/2
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) July 24, 2020