अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मृत्यु के बाद सीबीआई की जांच लगातार जारी है. सुशांत की मौत की असली वजह जानने और सुशांत को न्याय दिलवाने के लिए उनके परिवार ने हर तरह की कोशिशें की. सुशांत की गर्लफ्रेंड रिया चक्रवर्ती को भी सुशांत केस में पुलिस हिरासत में लिया गया था. इसके बाद अब उन्हें जमानत मिल चुकी है. रिया चक्रवर्ती को लगभग 1 महीने तक जेल में रहना पड़ा था, जिसके बाद उनकी जमानत 7 अक्टूबर को हुई थी. रिया की जमानत के बाद अब सुशांत की बहनों पर एक नई मुसीबत आती हुई दिखाई दे रही है.
रिया चक्रवर्ती ने सुशांत की बहनों पर लगाए गंभीर आरोप
दरअसल बॉलीवुड अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती ने सितंबर के महीने में सुशांत की बहनों पर गंभीर आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ एफ आई आर दर्ज कराई थी. इसके बाद सुशांत की बहने मुश्किल में फंसती हुई नजर आ रही है. बता दें, रिया चक्रवर्ती ने सुशांत की बहनों पर आरोप लगाया है कि, बहनों ने मिलकर सुशांत को बिना डॉक्टर की सलाह के दवाइयां दी थी, जिसकी वजह से सुशांत को पैनिक अटैक पड़ा और उसकी मृत्यु का कारण भी यही है. रिया चक्रवर्ती द्वारा दर्ज कराई गई f.i.r. की एक कॉपी मुंबई पुलिस सीबीआई की टीम को सौंप दी गई थी.
दोनों बहनों को गिरफ्तारी का डर
रिया चक्रवर्ती द्वारा दर्ज कराई गई एफ आई आर सुशांत की बहनों का मानना है कि, अब सीबीआई उनके खिलाफ कड़ी कार्यवाही कर सकती है. जिससे उनको गिरफ्तारी का भी डर बना हुआ है. इसको लेकर सुशांत की बहन प्रियंका और मीतू ने बॉम्बे हाईकोर्ट से गुजारिश है कि इस मामले की कार्यवाही जल्द से जल्द शुरू की जाए. इसको लेकर दोनों बहनों ने हाई कोर्ट में पेटिशन भी फाइल की.
इस मामले को लेकर सुशांत की बहनों ने बॉम्बे हाई कोर्ट में f.i.r. रद्द करने की गुजारिश की थी. जिस पर रिया चक्रवर्ती ने बॉम्बे हाई कोर्ट से दोनों बहनों की याचिका को खारिज करने की मांग की. रिया का कहना है कि, एफ आई आर रद्द करने की याचिका खारिज की जाए और दोनों बहनों प्रियंका और मीतू के खिलाफ कड़ी कार्यवाही का एक्शन लिया जाए.
दोनों पक्षों को कोर्ट के फैसले का इंतजार
सुशांत सिंह राजपूत की बहनों ने जस्टिस एसएस शिंदे और जस्टिस एमएम कर्निक के सामने अपनी बात रखते हुए कहा की, रिया चक्रवर्ती ने जो एफ आई आर दर्ज करवाई है, उसके खिलाफ कोई भी कार्यवाही होने से पहले ही उनकी यह सुनवाई कोर्ट में करवाई जाए. इस मामले को लेकर रिया चक्रवर्ती और सुशांत की दोनों बहने लगातार अपना जोर लगा रही हैं. दोनों ही पक्षों को कोर्ट के फैसले का जल्द से जल्द इंतजार है.