देशभर के सर्राफा बाजारों में सोने चांदी की कीमतों में बदलाव देखने को मिला है. हम आपको बता दें कि जहां सोना सस्ता हो गया है वहीं चांदी की कीमत बढ़ गई है. 5 सितंबर को सर्राफा बाजारों में 24 कैरेट गोल्ड में गिरावट आई है. चांदी की बात करें तो चांदी की कीमत में रेट बढ़ता हुआ नजर आ रहा है. शुक्रवार के दिन भाव 51106 रुपये प्रति 10 ग्राम के के हिसाब से गोल्ड का भाव 41 रुपये गिरकर 51065 पर पर आ गया है.
वहीं चांदी ₹611 प्रति किलो के साथ 65048 रुपए तक पहुंच गई है. बता दें कि सोने का भाव अब तक 5189 रुपए तक सस्ता हो चुका है और चांदी करीब ₹1000 तक हो गई. फिलहाल सोने के सस्ते होने की कुछ खास वजह बताई जा रही.
अगर बात करें सोने चांदी के भाव की तो (ibjarates.com) वेबसाइट के मुताबिक आज यानी कि 7 सितंबर 2020 को सभी भाव इस प्रकार हैं:
— (24 कैरेट) 999 , सोने का दाम 7 सितंबर के हिसाब से 51065 रुपये/10 ग्राम है जबकि 4 सितंबर के हिसाब से 51106 रुपये/10 ग्राम है. इसके अलावा कर बात करें कीमत में बदलाव की तो -41 रुपये/10 ग्राम बदलाव हुआ है.
— (23 कैरेट)995, सोने का दाम 7 सितंबर के हिसाब से 50861 रुपये/10 ग्राम है जबकि 4 सितंबर के हिसाब से 50901 रुपये/10 ग्राम हुआ है. 23 कैरेट में बदलाव की बात करें तो -40 रुपये/10 ग्राम का बदलाव हुआ है.
— (22 कैरेट) 916, सोने का दाम 7 सितंबर के हिसाब से 46776 रुपये/10 ग्राम है जबकि 4 सितंबर के हिसाब से 46813 रुपये/10 ग्राम हुआ है. 22 कैरेट में कीमत में -37 रुपये/10 ग्राम का बदलाव हुआ है.
— 18 कैरेट 750, सोने का दाम 7 सितंबर के हिसाब से 38299 रुपये/10 ग्राम है जबकि 4 सितंबर के हिसाब से 38330 रुपये/10 ग्राम हुआ है. 18 कैरेट में -31 रुपये/10 ग्राम का बदलाव आया.
— 14 कैरेट 585, सोने का दाम 7 सितंबर के हिसाब से 29873 रुपये/10 ग्राम है जबकि 4 सितंबर के हिसाब से 29897 रुपये/10 ग्राम हुआ है. 14 कैरेट में -24 रुपये/10 ग्राम का बदलाव आया.
चांदी की कीमत में भी काफी बदलाव हुआ है, जिसमें चांदी की कीमत बढ़ गई.
बता दें कि चांदी 999, 7 सितंबर के हिसाब से 65048 रुपये प्रति किलोग्राम है और 4 सितंबर के हिसाब से 64437 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई है.
इसके अलावा दो हम बात करें देश की अर्थव्यवस्था की तो मोदी सरकार को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की तरफ से चेतावनी दी गई है. रिजर्व बैंक के गवर्नर ने कहां है कि अगर अभी से ही स्थिति को नहीं संभाला गया तो भारत की अर्थव्यवस्था खराब हो सकती है और इस में भारी गिरावट आने का अंदेशा भी है.