रायपुर: छत्तीसगढ़ की कांग्रेस शासित सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है, जो कि ‘गोधन न्याय योजना’ के अंतर्गत आता है, जिसमें सरकार लोगों ग्रामीणों से एक निश्चित कीमत पर गोबर खरीदेगी। जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने आवास पर हुई कैबिनेट की बैठक के बाद लिए फैसले में घोषणा की कि 2 रुपए प्रति किलो पर सरकार गोबर खरीदेगी।
कब होगी शुरुआत
अधिकारियों ने बताया है कि छत्तीसगढ़ में नरवा, गरुवा, बाड़ी और घरु को बढ़ाने के लिए ये योजना शुरू की गई है, जिसके अंतर्गत ग्रामीणों को 2रुपए प्रति किलो के अनुसार वाहन भाड़े सहित गोबर का पैसा दिया जाएगा। इस योजना की शुरुआत हरेली पर्व से होगी।
खेती और रोजगार को प्रोत्साहन
छत्तीसगढ़ के अधिकारियों के मुताबिक राज्य के कुल 5,300 गोठान क्षेत्यो में से 2408 ग्रामीण क्षेत्रों में हैं, वहीं 377 क्षेत्र शहरी इलाकों में बन चुके हैं और इस योजना की शुरुआत यहीं पर होगी। जिसमें गोबर के जरिए कंपोस्ट खाद और अन्य कार्य किए जाएंगे। इस परियोजना के माध्यम जैविक खेती को बढ़वा मिलने के साथ ही शहरी इलाकों में रोजगार की अच्छी संभावनाएं होंगी।
नवंबर तक मुफ्त भोजन
इसके अलावा छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की बैंठक को लेकर ये जानकारी है कि इस बैठक में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कानून के तहत कोरोनावायरस की बीमारी कज चलते केंद्र की नवंबर तक ग़रीबों को मुफ्त राशन देने की नीति को भी स्वीकृति दी गई है।
छत्तीसगढ़ की सरकार द्वारा घोषित की गई इस योजना को लेकर भूपेल बघेल की खूब ट्रोलिंग हो रही है। कांग्रेस सरका की इस योजना की तुलना राहुल गांधी की आलू की फैक्ट्री वाले बयान से की जा रही हैं जो कि सरकार की छवि बिगाड़ने की तरह ही है जिसका जवाब भी अपने अंदाज में देने को उतर आई है।