किसी भी पार्टी में यदि महिलाएं गहने न पहने तो पार्टी में रौनक कहाँ आती है। आप लोगो ने आज तक महिलाओं को हमेशा चांदी ,सोना पहने हुए देखा होगा। आज हम आपको ऐसी तस्वीरें दिखाएंगे जिसको देखकर आप आश्चर्य चकित हो जायेंगे। ये ऐसी तस्वीरें हैं, जिसमें आपको महिलाये कच्ची सब्जियों के बने गहने पहने हुए देखेंगे।
यह इवेंट बेंगलुरु में हुआ जिसमे महिलाओ ने इस प्रकार के गहने पहने हुए थे, हालांकि इस इवेंट में यह थीम थी। इसी वजह से महिलाओं ने कच्ची सब्जी से बने ये आभूषणों पहने हुए देखा गया। ऐसी इवेंट थीम पार्टी में महिलाओ ने तस्वीरें खिंचवाई जो लगातार सोशल मीडिया पर ये तस्वीरें वायरल हो रही है।
चार चाँद लगा दिए –
चमकदार गहनों के बाद ऐसे गहनों को लोग देखते ही रह गए। इसकी चमक पार्टी में देखते हुए बन रही थी। सब्जियों के खजाने से बने झुमके ,कंगन, चूड़ी, गजरा ,मांगबेंदी ,ऐसे गहनों की रौनक देखते ही बन रही थी।
फिलहाल लोगों ने इसको पहनकर यह अहसास किया कि ये गहने भी किसी अन्य धातु वाले गहनों की तुलना में कम नहीं है। चमकदार गहनों की जगह इनको भी पहना जा सकता है।
हरियाली का दिया संकेत –
जैसा कि आपको पता है कि हमारे समाज में हरियाली को लेकर काफी जागरूकता फैलाई जाती है। वहीं महिलाओं ने भी सोने चांदी को महत्व न देते हुए सब्जियों से बने इन गहनों को महत्व दिया और एक अच्छा संकेत भी दिया, जिससे लोग जागरूक हो।
फिलहाल वहीं सोने का भाव भी 50 हजार रुपए तोला हो गया है। इस आयोजन में एक सादगी भी नजर आई, जो कि आजकल समाज में बहुत कम देखने को मिलती है।
संस्था ने रखी थी शर्त –
दरअसल यह थीम बेंगलुरु की एक संस्था द्वारा रखा गया था। बेंगलुरु में एक मराठी संस्था ‘आपुलकी’ ने यह शर्त रखी थी कि सोने और चांदी के गहने नहीं पहनना है, बल्कि कच्ची सब्जियों के बने हुए गहनों को पहनना है। इस आयोजन के जरिये एक सन्देश और दिया गया कि आज के इस दौर में जहा लोग जंकफूड की ओर भाग रहे हैं, वहीं इन हरी सब्जियों का उपयोग ऐसे भी किया जा सकता है।