नागपंचमी के दिन शनिवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आयोध्या पहुंचे और श्रीराम जन्मभूमि में नए आसन पर भगवान राम के साथ लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न को विराजमान कर विधि विधान से पूजा-अर्चना की। इसी के साथ पांच अगस्त को होने वाले पीएम मोदी कार्यक्रम का भी जायजा लिया।
उन्होंने आलाधिकारियों को सुरक्षा और अन्य व्यवस्थाओं के दृष्टिगत अयोध्या के चप्पे-चप्पे की निगराने के आदेश दिए। नागपंचमी पर अयोध्या पहुंचे योगी आदित्यनाथ राम मंदिर निर्माण की तैयारियों का जायजा लेने के बाद कारसेवक पुरम पहुंचे। वहां उन्होंने साधु संतों से मुलाकात की। इसके बाद वह अधिकारियों के साथ एक और बैठक की। शाम पांच बजे तक वह राम नगरी में रहेंगे।
जायजा लेने राम जन्मभूमि पहुंचे मुख्यमंत्री
अयोध्या पहुंचे मुख्यमंत्री योगी सीधे राम जन्मभूमि परिसर पहुंचे और वहां की सुरक्षा व्यवस्था देखी। इसके बाद उन्होंने भगवान राम के साथ उनके तीनों भाइयों को मंत्रोच्चारण के बीच नए आसन पर विराजमान कराया। इस दौरान पूरा परिसर भगवान राम और अयोध्या की जयकार से गूंज रहा था। खुद मुख्यमंत्री भी भगवान राम की भक्ति में रमे नजर आए।
करीब आधे घंटे से अधिक चली इस पूजा में बड़ी संख्या में साधु संतों ने हिस्सा लिया और विधि विधान से कार्य संपन्न कराया। इसके बाद मुख्यमंत्री हनुमानगढ़ी पहुंचे वहां पर दर्शन कर पूजन किया और प्रसाद ग्रहण किया। वहां से निकलकर श्री राम जन्मभूमि परिसर का अवलोकन किया।
उन्होंने अफसरों को कोविड-19 संक्रमण की सुरक्षा से लेकर पूरे परिसर और पांच अगस्त को आने वाले मेहमानों की सुरक्षा, उनके रहने, खाने-पीने और आवागमन के बारे में जायजा लिया।
उन्होंने अफसरों को निर्देश दिए कि किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाशत नहीं की जाएगी। कार्यक्रम के दौरान कोविड-19 के प्रोटोकाल को पालन कराने की जिम्मेदारी अफसरों की होगी। सुरक्षा व्यवस्था में भारी मात्रा में फोर्स और सीसी टीवी कैमरे जगह- जगह लगाए जाएं।
कैमरों को एक कंट्रोल रूम से कनेक्ट किया जाए। उन्होंने पीएम मोदी के लिए बनाए जा रहे सेफ हाउस का भी जाएजा लिया। सेफ हाउस सुरक्षा के अचूक इंतजाम करने के निर्देश दिए। एयरपोर्ट से लेकर मंदिर परिसर तक सुरक्षा के अभेद इंतजाम करने के निर्देश दिए।