जब किसी के अंदर कुछ करने की जज्बा हो और संघर्ष से पीछे न हटने की जिद्द हो तो मुकाम हासिल करने में कभी पीछे नही हटते। ऐसे ही साहसी बेटी जो हैदराबाद की रहने वाली 17 साल की हरिथा की है।
इसके पिता एक सफाई कर्मचारी है । इस लड़की ने मुश्किलों का सामना करने के बाद भी ये पीछे नही हटी, कई सारे बाधाओं और कठिनाइयों का सामना कर के JEE की परीक्षा पास की। हरिथा ने परीक्षा में 1187 रैंक हासिल की है।
पिता ने ख़ुशी जाहिर की
हरिथा के पिता के लिये इसे बड़ी ख़ुशी और गर्व की बात क्या हो सकती है। किसी भी पिता के लिये ये गर्व की बात होगी कि उनकी लड़की इतने समस्याओं का सामना करने के बाद भी वो इस मुकाम को हासिल की। हरिथा के पिता सिकंदराबाद छावनी में एक सफाई कर्मी है। इस परिवार में आज तक कोई इस मुकाम तक नही पहुचा था। लेकिन उनकी बेटी ने ये मुकाम हासिल कर के साबित कर दी कि जब आप के अंदर लगन और मुकाम हासिल करने की छमता हो तो कुछ भी पा सकते है।
एक रिपोर्ट के अनुसार, शुक्रवार को, सिकंदराबाद कैंटोनमेंट बोर्ड (SCB) के सीईओ अजीत रेड्डी ने परीक्षा में असाधारण प्रदर्शन के लिए हरीथा को सम्मानित किया. हरीथा ने तेलंगाना सोशल वेलफ़ेयर रेज़िडेंशियल इंस्टीट्यूशंस सोसाइटी (TSWREIS) के प्रमुख IPS अधिकारी डॉ. आर. एस. प्रवीण कुमार का आभार व्यक्त किया. यह 268 सामाजिक कल्याण स्कूल चलाता है, जो कक्षा V और उससे ऊपर के लगभग 1.5 लाख छात्रों को मुफ्त शिक्षा, भोजन और कपड़े प्रदान करते हैं।
हरिथा के पास कोचिंग के नहीं थे पैसे
हरिथा ने कहा ,मुझे बेहद ख़ुशी है कि मुझे अपने स्कूल में JEE परीक्षा के लिये मुफ्त में कोचिंग मिली। मेरे माता पिता एक सामान्य कोचिंग क्लास के लिये नही फीस दे सकते थे। मेरे छोटी छोटी तीन बहने है। हमारी आर्थिक स्थिति ठीक नही है फिर भी मेरे माता पिता कभी भी पढाई से मना नही किया, मेरे माता पिता हमेशा सपोर्ट करते आये है, और हमेशा आगे बढ़ने को कहा।
वही इनके पिता का कहना है कि ,मैं और मेरी पत्नी अशिक्षित है। लेकिन मुझे पता है कि मेरी बेटी पढ़ाई में अच्छी है। जब उसके स्कूल के शिक्षक ने JEE परिणाम की सूचना देने के लिये बुलाया, तो मैं समझ नही पाया कि क्या हासिल की है लेकिन कुछ समय बाद जब समझ मे आया तो खुशी का कोई ठिकाना ही नही रहा।
उसके बाद हरिथा के पिता ने बधाई दिए।