कोरोना काल मे अमेरिका में बेरोजगारी की संख्या काफी बढ़ गयी है, जिसे राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत को बड़ा झटका दे दिया है। ट्रंप ने वीजा H1-B पर पाबंदी लगा दी है। ट्रंप ने 31 दिसम्बर2020 तक इस पर रोक लगा दी है, दुनियाभर के लोगो का अमेरिका में नौकरी का सपना देखने वाले को एक बड़ा धक्का लगा है। जिसमे सबसे लंबा नुकसान भारतीय को हवा है।
आपकों बता दें कि अमेरिका की कंपनियों में काम करने वाले विदेशी कामगारों को काम के लिये लिया गया वीजा H1-B वीजा कहा जाता है। इस वीजा को एक सीमित समय के लिए माना जाता है। इस वीजा को पाने वाले सबसे ज्यादा भारतीय आई टी प्रोफेशनलस शामिल होते हैं। जिसमे सबसे ज्यादा नुकसान भारतीय को होनी तय है। ट्रम्प प्रशासन के एक अधिकारी ने बताया कि अमेरिका के श्रमिकों के लिये ये फैसला लिया गया है।
ट्रम्प का ऐलान-
ट्रम्प ने कहा कि ये फैसला काफी जरूरी था. इस फैसले से उन लोगो को राहत मिलेगी जो अमेरिकी मौजूद समय मे आर्थिक संकट से नौकरी खो दिये हैं। बात ये है कि अमेरिका में इसी नवम्बर माह में चुनाव होना है। जिसे माना जा रहा है कि चुनाव से पहले अलग-अलग फैसला लिया जा रहा है। ये नियम 24 जून से लागू होगा, जिसे अमेरिका में काम कर रहे भरतीय को झटका लगेगा।
क्या है H1-B वीजा-
ये वीजा एक निश्चित समय के लिए जारी की जाती है, वहां कुशल कारीगरों / कर्मचारियों को रोजगार देने के लिये वीजा दिया जाता है। माना जाता है कि अमेरिका में कुशल कर्मचारियों की कमी है, इस वजह से ये विदेश के कर्मचारियों को अमेरिका के कंपनियों में नौकरी दी जाती है, जिसकी वैधता 6 माह से 1 साल तक का होता है।
अमेरिका की कंपनियों में भारतीय कर्मचारियों की मांग ज्यादा है, लेकिन ट्रम्प के इस फ़ैसले से काफी लोगो पर प्रभाव पड़ेगा, जिससे परेशानियां हो सकती है।
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