लखनऊ के सबसे पॉश इलाके गोमतीनगर थाने के गेट पर कानून की देवी को पीछे से पैसा लेते हुए बनी पेंटिंग ने पुलिस महकमें को हिलाकर रख दिया। कई सालों से दीवार पर बनी पेंटिंग पर जब किसी अधिवक्ता की नजर गई तो उसके हंगामा मचाने पर आनन फानन में थाना प्रभारी ने पेंटर बुलवाया औऱ पेंटिंग मिटवा दी। थाने की दीवार पर बनी इस पेंटिंग को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं कि आखिर गोमतीनगर पुलिस इस पेंटिंग के माध्यम से क्या बताना चाहती है। सबसे चौकाने वाली बात तो यह है कि उसी पेंटिंग के ठीक नीचे उत्तर प्रदेश सरकार के विधि एवं न्याय मंत्री ब्रजेश पाठक और महापौर संयुक्ता भाटिया के नाम का पत्थर भी लगा है।
पेंटिंग के नीचे न्याय मंत्री के नाम का पत्थर
गौरतलब है कि शुक्रवार दोपहर किसी काम से थाने आए एक अधिवक्ता जैसे ही थाने के अंदर घुसने लगे कि मुख्य द्वार से सटी दीवार पर बनी पेटिंग पर उनकी नजर गई। इस पर ठिठक गए। वह यह देखकर चौक गए कि पेटिंग में न्याय की देवी आंखों में पट्टी बांधे खड़ी हैं। एक हाथ में उनके तराजू है तो दूसरा हाथ उनका पीछे की ओर मुड़ा हुआ है, जिसमें उन्हें रुपये लेते हए दिखाया गया है। पेंटिंग के बगल में इंस्पेक्टर और थाने का बोर्ड लगा है। इतना ही नहीं ठीक पेंटिंग के नीचे उत्तर प्रदेश सरकार के विधि एवं न्याय मंत्री ब्रजेश पाठक और महापौर संयुक्ता भाटिया के नाम का पत्थर भी लगा है।
आखिर किसने किया ये कारनामा?
सवाल यह उठता है कि यह पेंटिंग आखिर कब और किसने बनाई। इसकी किसी को जानकारी नहीं है। जबिक प्रति दिन इंस्पेक्टर और पुलिस अधिकारियों का मुख्य गेट से ही आना जाना होता है। इसके बावजूद भी किसी की उस पर नजर क्यों नहीं गई यह ताज्जुब की बात है।
अधिवक्ता ने पेंटिंग देखने के बाद काफी हंगामा भी किया था। जिसके बाद आनन फानन में इंस्पेक्टर गोमतीनगर ने पेंटर बुलवाकर पेंटिंग के ऊपर पुताई करवा दी। इस मामले में इंस्पेक्टर गोमतीनगर धीरज कुमार सिंह ने बताया कि पेंटिंग कब और किसने बनवाई इसकी जानकारी नहीं है। हालांकि जानकारी होने पर पेंटिंग को पुतवा दिया गया है।