3. नवजोत सिंह सिधु
रोड रेज के एक मामले में नवजोत सिंह सिधु (Navjot Singh Sidhu) पर गैर इरादतन हत्या का आरोप लगाया गया था, जो हत्या नहीं थी। 1998 में, उन्होंने कथित तौर पर पटियाला के एक मूल निवासी की पिटाई की, जिसे अस्पताल ले जाने पर मृत घोषित कर दिया गया।
1999 में अदालत ने सिद्धू को सभी आरोपों से बरी कर दिया, लेकिन सात साल बाद उन पर एक बार फिर मुकदमा चलाया गया और इस बार हत्या का आरोप लगाया गया। उन्हें तीन साल की जेल की सज़ा मिली। सुप्रीम कोर्ट ने पूर्व क्रिकेटर की सजा पर रोक लगा दी लेकिन फैसले को चुनौती देने के बाद उन्हें जमानत दे दी।