वाशिंगटन- टिक टॉक की मालिक कंपनी बाइट डांस ने अमेरिका में अपने वीडियो शेयरिंग ऐप के कारोबार को मल्टीनेशनल टेक्नोलॉजी कंपनी ओरेकल को बेचने का फैसला किया है। कंपनी ने माइक्रोसॉफ्ट के प्रस्ताव के ठुकरा दिया था जिसके बाद ओरेकल अकेली कंपनी इस दौड़ में बची थी। इस डील से जुड़े एक सूत्र ने बताया कि टिक टॉक की मालिक कंपनी ने माइक्रोसॉफ्ट की बोली को खारिज करते हुए प्रतिद्वंद्वी कंपनी ओरेकल को चुना, जिससे उसका अमेरिका में परिचालन जारी रह सके।
आपको बता दें कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने टिकटॉक के अमेरिकी परिचालन की बिक्री के लिए 20 सितंबर की समयसीमा तय की थी। ट्रंप ने कहा था कि यदि 20 सितंबर तक टिकटॉक की बिक्री किसी अमेरिकी कंपनी को नहीं की जाती है, तो इस ऐप पर प्रतिबंध लगा दिया जाएगा।
अमेरिका में टिकटॉक को 17.5 करोड़ बार डाउनलोड किया गया है। टिकटॉक को दुनिया भर में एक अरब लोगों द्वारा इस्तेमाल किया जाता है। अमेरिका आरोप लगाता रहा है कि टिकटॉक चीन के साथ यूजर्स का डाटा साझा करता है। हालांकि कंपनी लगातार इस बात को नकारती रही है।
टिकटॉक खरीदने की इस डील के बाद अमेरिका की विदेशी निवेश कमेटी इसकी समीक्षा करेगी। अभी भी राष्ट्रपति के पास इस बात का अधिकार है कि वे ऐसे किसी सौदे को मंजूर करें इसे रद्द कर दें। हालांकि ट्रंप ने ओरेकल का ग्रेट कंपनी कह कर इसका सपोर्ट किया है। लेकिन ट्रम्प इस सौदे को हरी झंडी दिखाते हैं या नहीं ये भविष्य की बात है।
जल्द ही भारत में दिख सकता है टिकटॉक
भारत में चीन से संबद्धता के कारण टिक टॉक को बैन कर दिया गया है। अमेरिकी कंपनी के अधिग्रहण के बाद हो सकता है कि देश में इसे फिर से इजाजत मिल जाय। हालांकि ये कयास भर माना जा रहा है। सरकार टिकटॉक को फिर से इजाजत देने से पहले सुरक्षा मानकों के बारे में पूरी तस्दीक करेगी।
वहीं आपको बता दें कि जापानी कंपनी सॉफ्टबैंक ने पहले से ही टिकटॉक की पेरेंट कंपनी बाइटडांस में निवेश किया हुआ है। इसलिए सूत्रों के मुताबिक वह अब कंपनी अंदरखाने भारतीय बाजार को खरीदने पर भी बात कर रही है। बता दें टिकटॉक के भारत में करीब 30 फीसद यूजर हैं और इनकी कुल कमाई का 10 फीसद हिस्सा भी भारत से ही आता है।