कानपुर के बिकरू कांड का अपराधी विकास दुबे और पुलिस द्वारा उस पर की गईं कार्रवाई एक नजीर की तरह बन गई है। जिसमें हर दिन नए सवाल खड़े होते हैं। वहीं विकास दुबे के एनकाउंटर को लेकर तो उत्तर प्रदेश की पुलिस पर सवाल पहले से हैं। लेकिन अब एक सवाल यूपीएससी की परीक्षा में एक प्रतियोगी से पूछा गया जो काफी चौंकाने वाला था।
यूपीएससी इंटरव्यू में पूछा गया सवाल
दरअसल उत्तर प्रदेश के कानपुर के ही बर्रा इलाके के अभ्यर्थी उत्कर्ष से विकास दुबे के एनकाउंटर को लेकर सवाल पूछे गए जो कि यह दर्शाता है कि विकास दुबे का मुद्दा कितना बड़ा है। इसकी जानकारी स्वयं उत्कर्ष ने ही दी है और अपना जवाब भी मीडिया के साथ साझा किया है। गौरतलब है कि उत्कर्ष कन्नौजिया यूपीएससी में 243वीं रैंक लाएं हैं।
क्या था उत्कर्ष का जवाब
इंटरव्यू में जब उत्कर्ष से विकास दुबे के एनकाउंटर को लेकर सवाल पूछा गया कि क्या हुआ एनकाउंटर सही था। उत्कर्ष ने जवाब में कहा कि अभी इस मामले की जांच जारी है। जिसके बाद उन्हें अपना पक्ष रखने को कहा गया। विकास दुबे के एनकाउंटर को लेकर उत्कर्ष ने पक्ष रखते हुए कहा कि एनकाउंटर करना सही नहीं था पुलिस को कानून के हिसाब से कार्यवाही को आगे बढ़ाना चाहिए था।
पर्सनालिटी है प्राथमिकता
गौरतलब है कि यूपीएससी में इंटरव्यू के दौरान अभ्यार्थी के व्यक्तित्व को परखने का प्रयास किया जाता है। जबकि ज्ञान दूसरे नंबर पर प्राथमिकता रखता है। उत्कर्ष ने बताया कि वह 12 लाख रुपए सालाना की सॉफ्टवेयर डेवलपर की नौकरी छोड़ कर यूपीएससी की तैयारी कर रहे थे। उन्होंने वहां काफी वक्त तक काम भी किया था। उनके पिता पीएनबी बैंक में सीनियर पद पर कार्यरत हैं।
एनकाउंटर में हुई मौत
आपको बता दें कि बिकरू कांड का मुख्य अपराधी विकास दुबे 2 जुलाई के बाद लगभग 1 हफ्ते तक फरार रहा था जिसके बाद उसे उज्जैन से गिरफ्तार किया गया था और उज्जैन से पुलिस उसे लेकर कानपुर आ रही थी। जिस दौरान विकास दूबे ने भागने की उसने कोशिश की और फिर एनकाउंटर में पुलिस ने उसे मार गिराया। हालांकि पुलिस के इस एनकाउंटर पर अभी भी सवाल उठ रहे हैं।