बैंक में पैसा जमा करने से लेकर निकालने तक फ्री बैंकिंग सेवा 1 नवंबर से खत्म होने वाली है. 1 नवंबर से बैंक में इन दोनों सर्विस पर चार्ज वसूला जाएगा. नियमों में होने वाले बदलाव के बाद ग्राहकों को बैंकों में अपना पैसा जमा करने और निकालने के लिए भी चार्ज देना होगा. इसकी शुरुआत बैंक ऑफ बड़ौदा से हो गई है. बैंक ऑफ इंडिया, पीएनबी, एक्सिस और सेंट्रल बैंक भी इस मामले में जल्द फैसला कर सकते हैं. हालांकि, यह चार्ज तय सीमा से ज्यादा बैंकिंग करने पर ही चुकाने होंगे.
सेविंग अकाउंट पर लगे चार्जेस
दावा: एक मीडिया रिपोर्ट ने दावा किया है कि #जनधन खातों से हर नकद निकासी पर 100 रूपए चार्ज किये जायेंगे।#PIBFactCheck: यह दावा गलत हैI #जनधन खातों की मुफ्त बैंकिंग सेवाओं के लिए कोई चार्ज नहीं लिया जाता हैI इस सन्दर्भ में @RBI के दिशानिर्देशों का कड़ाई से पालन किया जाता है I pic.twitter.com/rdlpnnbK9F
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) October 30, 2020
बैंक ऑफ बड़ौदा ने चालू खाते ,कैश क्रेडिट लिमिट और ओवरड्राफ्ट खाते में पैसे जमा और निकालने के चार्ज तय किए हैं. सेविंग्स बैंक अकाउंट में जमा-निकासी के अलग-अलग चार्ज तय किए गए हैं. अगले महीने से ग्राहक खाते से महीने में तीन बार के बाद जितनी बार भी पैसा निकालेंगे, उन्हें 150 रुपए का चार्ज चुकाना होगा.
चौथी बार में चुकाने होंगे 40 रूपए
सेविंग्स अकाउंट के ग्राहकों के लिए तीन बार तक पैसा जमा करना फ्री होगा, लेकिन अगर खाते में चौथी बार पैसे जमा किया गया तो 40 रुपए बतौर चार्ज चुकाने होंगे. वरिष्ठ नागरिकों के लिए भी बैंकों ने कोई राहत नहीं दी है. हालांकि, जनधन खाताधारकों को पैसा जमा करने पर कोई शुल्क नहीं देना होगा, लेकिन निकालने पर 100 रुपए का चार्ज अदा करना होगा.
क्या होगा फीस लगने का प्रोसेस
कैश क्रेडिट लिमिट, करेंट अकाउंट और ओवरड्राफ्ट खाताधारक को प्रतिदिन एक लाख रुपए तक जमा करने पर सुविधा निशुल्क होगी, लेकिन इससे ज्यादा पैसे जमा करने पर बैंक चार्ज वसूलेंगे. खाताधारकों के एक लाख से ज्यादा जमा करने पर प्रत्येक एक हजार रुपए पर एक रुपए चार्ज देना होगा. इसके लिए न्यूनतम 50 रुपए और अधिकतम सीमा 20 हजार रुपए है. अगर कैश क्रेडिट लिमिट, करेंट अकाउंट और ओवरड्राफ्ट खातों से एक महीने में तीन बार पैसे निकाले जाते हैं तो कोई चार्ज नहीं वसूला जाएगा. चौथी बार निकासी पर हर ट्रांजैक्शन पर 150 रुपए चार्ज लगेगा.