सूबे की राजधानी लखनऊ में गुरुवार को अब तक के सबसे अधिक 308 मरीज नए कोरोना संक्रमित मिलने से अधिकारियों के होश उड़ गए। आनन-फानन में मंडलायुक्त मुकेश मेश्राम ने जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश, सीएमओ, नगर आयुक्त व अन्य अधिकारियों को बुलाकर बैठक की। बैठक में कई अहम निर्देश जारी किए गए। कोविड हेल्प डेस्क का गठन किया गया।
इसके साथ ही राजधानी के एयरपोर्ट, सभी बस स्टेशन, रेलवे स्टेशन पर ही आने और जाने वाले मरीजों को ट्रैक करने के निर्देश दिए गए। यात्रियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर उन्हें दो घंटे के अंदर अस्पताल में भर्ती कराए जाने के आदेश दिए गए।
इसके साथ ही इंदिरानगर, गाजीपुर, आशियाना और सरोजनीनगर थानाक्षेत्र में सबसे अधिक कंटेनमेंट जोन हैं। सुरक्षा के दृष्टिगत इन चारों क्षेत्रों में संपूर्ण लॉकडाउन अग्रिम आदेश तक कर दिया गया। बता दें, लखनऊ में अब तक कोरोना से संक्रमित 43 लोगों की मौत हो चुकी है।
अब इस तरह कोरोना के खिलाफ प्रशासन की होगी जंग…..
– रिपोर्ट पॉजिटिव आने के 2 घंटे के अंदर संक्रमित को अस्पताल में कराया जाएगा भर्ती
– पॉजिटिव मरीज के भर्ती के लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी लगाएंगे विशेष टीमें।
– रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट के लिए नोडल अधिकारी नामित किए जाएंगे, निकाली जाएगी सभी की ट्रैवेल हिस्ट्री।
– सभी शासकीय एवं निजी कार्यालयों, बैंक इत्यादि पर कोविड हेल्प डेस्क बनाना अनिवार्य।
– कोविड-19 हेल्प डेस्क में थर्मल स्कैनर, पल्स ऑक्सीमीटर, मास्क व सैनेटाइज़र रखना अनिवार्य।
– एयरपोर्ट, रेलवे व बस स्टेशनों पर पहले की तरह होगी ट्रैकिंग।
– राजधानी में आने वाले हर यात्रियों की शत प्रतिशत होगी ट्रैकिंग।
– ट्रैवेल हिस्ट्री वाले व्यक्ति रहना होगा होम क्वॉरेंटाइन अन्यथा ऐपेडैमिक एक्ट में दर्ज होगी एफआईआर।