कानपुर- कुख्यात विकास दुबे का एनकाउंटर हुए ढाई महीने होने को आ रहे हैं पर अभी भी इस गैंगस्टर का नाम लेकर उसके गुर्गे लोगों में दहशत फैला रहे हैं। ताजा मामला कानपुर के बिरोहा गांव का है।
“साहब, मिनी विकास दुबे से हमको बचा लीजिए”
बिरोहा गांव के एक दर्जन ग्रामीण आईजी रेंज मोहित अग्रवाल के यहां पहुंचे। आईजी रेंज को देखते ही ग्रामीण बोले “साहब, विकास दुबे तो नहीं रहा, मगर मिनी विकास दुबे से हमको बचा लीजिए।” ये सुन आईजी रेंज मोहित अग्रवाल चौंक गए जब उन्होंने पूरा मामला ग्रामीणों से सुना तो मामले की जांच कराने के साथ ही कठोर कार्रवाई का आश्वासन दिया।
बिरोहा गांव से रानी पांडेय, अंकित पांडेय, संतोष अग्निहोत्री, कमला दिवाकर आदि ग्रामीण आईजी के यहां पहुंचे। उन्होंने आईजी के कहा कि बिरोहा गांव का एक रसूखदार खुद को मिनी विकास दुबे कहता है। वह गुड्डन त्रिवेदी और विकास का खास है।
उनके दमपर उसने गांव में कई लोगों की जमीनों पर कब्जा कर रखा है। इतना ही नहीं उसके सहयोगी पूरे गांव में घूमकर अवैध वसूली करते हैं। जब भी कोई उनके खिलाफ आवाज उठाता है तो गुर्गा और उसके सहयोगी उसी के खिलाफ फर्जी एफआईआर दर्ज करा देते हैं। ग्रामीणों की शिकायत सुनने के बाद आईजी रेंज मोहित अग्रवाल ने अधिकारियों से मामले में जांच करा कठोर कार्रवाई कराने का आश्वासन दिया है। आपको बता दें कि इससे पूर्व में भी कई बार विकास दुबे का नाम लेकर लोगों को धमकाने की शिकायत पुलिस के पास आ चुकीं हैं।
आधी शिकायतें आ रही फर्जी
बिकरू कांड के मुख्य आरोपी विकास दुबे के एनकाउंटर के बाद से पुलिस के पास कोटा, प्रधानी और जमीन कब्जे से जुड़ी 50 से अधिक शिकायतें पहुंचीं हैं। जांच में आधी से ज्यादा शिकायतें फर्जी पाई गईं। पता चला कि कुछ लोगों ने अपनी खुन्नस निकालने के लिए दूसरों को विकास का करीबी बताया। वहीं विकास के खात्मे के बाद अब ग्रामीण खुल कर उसकी शिकायतें कर रहे हैं।