कानपुर- बिकरू गांव में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के बाद एसटीएफ और पुलिस ने एनकाउंटर में विकास दुबे समेत पांच बदमाशों को मार गिराया मगर विकास दुबे के 10 गुर्गे अभी भी पुलिस की पकड़ से बाहर आजाद घूम रहे हैं। सभी गुर्गे एकसाथ कोर्ट में आत्मसमर्पण करने की फिराक में हैं। अपराधियों के आत्मसमर्पण की आशंका को देख पुलिस और एसटीएफ अलर्ट मोड़ पर है।
अब तक 16 बदमाशों और उनके मददगारों को भेजा जा चुका जेल
पुलिस अब तक 16 बदमाशों और उनके मददगारों को जेल भेजा जा चुका है। 10 आरोपित अब भी फरार हैं। पुलिस को सभी की अलग-अलग लोकेशन मिल रही है। इनकी गिरफ्तारी के लिए 12 टीमें काम कर रही हैं। उनके रिश्तेदारों को उठाकर पूछताछ की गई है।
दूसरे प्रदेश की कोर्ट में आत्मसमर्पण की फिराक में गुर्गे
एसटीएफ और पुलिस ने संयुक्त सर्च ऑपरेशन में तीन दिन पहले औरैया से एक आरोपित के रिश्तेदार को उठाया था। उससे पूछताछ में जानकारी मिली है कि 10 आरोपित एक साथ कोर्ट में सरेंडर करने की फिराक में हैं। कुछ सफेदपोशों उनकी मदद कर रहे हैं। सभी गुर्गे नोएडा, आगरा या फिर मध्य प्रदेश के किसी शहर में सरेंडर करने की योजना बना रहे हैं। इसके बाद एसटीएफ और पुलिस और सक्रिय हुई है। सभी जगहों पर अलर्ट रहने का मैसेज लखनऊ से भिजवाया गया है। वहीं एक टीम कानपुर और एक टीम कानपुर देहात में भी सक्रिय की गई है।
सभी अपराधी चौकन्ने किये मोबाइल बन्द
इन आरोपितों से जुड़े एक दर्जन से ज्यादा मोबाइल नम्बर पुलिस के हाथ लगे हैं। पुलिस ने उनके जरिए ट्रेस करने की कोशिश की मगर सफलता नहीं मिली। 3 जुलाई के बाद से सभी नम्बर स्विच ऑफ जा रहे हैं। इन सभी नम्बरों की आखिरी लोकेशन, चौबेपुर, शिवली, कानपुर देहात में मिली है।
गुर्गों ने अंधाधुंध फायरिंग कर की थी पुलिसकर्मियों की हत्या
3 जुलाई की रात कानपुर में विकास दुबे और उसके गुर्गों ने स्वचालित हथियारों से 8 पुलिसवालों की हत्या की थी। इसके बाद सभी अपराधी भाग गए थे। कुछ गुर्गे पुलिस मुठभेड़ में मारे जा चुके हैं, जबकि कुछ गुर्गे आज भी खुली हवा में सांस ले रहे हैं। पुलिस उनकी तलाश में जगह जगह दबिश दे रही है।