मणिपुर। चंदेल जिले में सैनिकों पर योजना बनाकर आत्मघाती हमला किया गया। बताया जा रहा है कि आतंकवादियों ने पहले आईईडी विस्फोट किया। बाद में सैनिकों की टुकड़ी पर जमकर गोलीबारी की घटना को अंजाम दिया गया। ये घटना जिला राजधानी इम्फाल से लगभग 100 किमी की दूर पर है। इस आतंकी हमले में चार असम राइफल्स यूनिट के तीन जवान शहीद हो गए और 6 अन्य जवान गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं।
योजनाबद्ध तरीके से आंतकी हमला दिया गया अंजाम
दरअसल, सैनिकों की टुकड़ी म्यांमार बॉर्डर पर पेट्रोलिंग करने के लिए गई थी। बाद में 15 सैनिक जवान इलाका गश्त करने के बाद सुबह वापस लौट रहे थे। उसी वक्त योजनाबद्ध तरीके से आंतकी हमला को अंजाम दिया गया। इस आत्मघाती हमले में शहीद जवान असम निवासी हवलदार हवलदार कलिता, ककचिंग के राइफलमैन रतन सलाम,नागालैंड के राइफलमैन वाईएम कोन्याक के रूप में पहचान की गई।
इस हमले में सुबेदार एस होएकिप, हवलदार नितुल शर्मा, राइफलमैन विवेकानन, राइफलमैन संदीक कुमार, सिपाही अनीस कुमार और एक अन्य घालय हुए हैं। हवलदार कलिता, नागालैंड के राइफलमैन वाईएम कोन्याक और ककचिंग के राइफलमैन रतन सलाम के रूप में हुई है।
पिछले साल भी हुआ था हमला
गौरतलब है कि पिछले साल नवंबर में चंदेल जिले में ही असम राइफल्स के कैंप पर आतंकी हमले को अंजाम दिया गया था। तब सेना के कैंप पर बम फेंककर नेस्तानाबूत किया गया। जिसके बाद सेना ने आंतकियों को मुंहतोड़ जवाब दिया तो वो नजदीकी पहाड़ी इलाके में भाग गए थे। इस हमले में सेना का कोई जवान हताहत नहीं हुआ था।
इस संगठन से जुड़े आंतकियों ने राजधानी इम्फाल में भी ब्लास्ट किए थे। हालांकि, उस वक्त स्थानीय पुलिस को इस मामले में बड़ी कामयाबी हाथ लगी थी और पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के 5 कैडरों को गिरफ्तार किया था।
इतना ही नहीं आतंकियों ने इंफाल के थंगल बाजार में पिछले साल पांच नवंबर को ब्लास्ट किया था, जिसमें कई लोग घायल हुए थे। चार पुलिसकर्मियों को इस धमाके में चोटें आई थीं। ये हमला पुलिस को ही निशाना बनाकर किया गया था।