कोरोना दवा बनाने का दावा करने के बाद योग गुरु की मुश्किल बढ़ती जा रही है. कल सुबह लांच हुई दवा पर शाम को जहाँ आयुष मंत्रालय ने ब्रेक लगा दिया, तो दूसरे दिन सुबह ही एक डॉक्टर ने मुकदमा दर्ज कर दिया.
कोविड-19 की दवा बनाने का दावा करने के बाद ही योग गुरु बाबा रामदेव की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं. कल सुबह जहां उन्होंने कोरोना की दवा बनाकर सभी को चौंका दिया था. तो शाम होते-होते आयुष मंत्रालय ने इस दवा के प्रचार-प्रसार और बेचने पर जांच होने तक भी रोक लगा दी थी, तो दूसरे दिन 24 जून को अलसुबह ही जयपुर गाँधी नगर के डॉक्टर संजीव गुप्ता ने बाबा रामदेव पर कोरोना की दवा बना कर लोगों को गुमराह करने का परिवाद दाखिल कर दिया है.
उन्होंने कहा कि बिना किसी जाँच सुपर ट्रायल के ये कैसे सिद्ध हो सकता है कि इस दवा को खाने से सात दिन मे मरीज ठीक हो जायेगा. ये सरासर अफवाह है. जहाँ लोग कोरोना जैसी खतरनाक महामारी से पहले ही परेशान हैं और मानसिक रूप से तनाव मे हैं, तो वहीं दूसरी ओर बिना पुख्ता जाँच के दवा बाजार मे उतरने के लिए प्रचार प्रसार शुरू कर देना ये सरासर लोगों की भावनाओ को ठेस पहुंचाना है और गुमराह करना है. उनको इसीलिए सजा ज़रूर मिलनी चाहिय.
आपको बताते चलें कि छह-सात महीने से कोरोना हमारे देश ही नहीं बल्कि दुनिया में अपना आतंक मचा रखा है. लाखों लोगों की जानें जा चुकी हैं और करोड़ों लोग संक्रमित हैं. पूरी दुनिया के वरिष्ठ वैज्ञानिक और डॉक्टर इसकी वैक्सीन और दवा बनाने के लिए दिन रात मेहनत कर रहे हैं, लेकिन अभी तक कोई पुख्ता सफलता नहीं मिल सकी है. ऐसे में योग गुरु बाबा रामदेव के पतंजलि द्वारा कोरोना की दवा इजाद करने की बात सभी को चौंका देती है.
HindNow Trending : गोविंदा ने अब खोली सलमान खान की पोल | दिव्या कुमार खोसला ने दिया सोनू निगम की धमकी का जवाब | नेपोटिज्म पर चीखने चिल्लाने वाले क्या अपने बच्चो को बॉलीवुड में आने से रोकेंगे | रूपा गांगुली ने सुशांत सिंह राजपूत के आत्महत्या पर जताया संदेह | भारत-चीन सीमा विवाद में उलझी कैलाश यात्रा