भारतीय जनता पार्टी की सांसद और मौजूदा कैबिनेट कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी ने टीवी इंडस्ट्री में चर्चित हए शो “कभी सास भी बहू थी” सीरियल से अपने करियर की शुरूआत की। संसद में कांग्रेस नेता राहुल गांधी को महिला के मुद्दे पर जमकर घेरने वाली और उनको अमेठी सीट से हराने वाली स्मृति ईरानी।
उन्होंने ने बतौर टीवी स्टार से लेकर राजनीति तक का सफर तय किया हैं। आज वो एक राजनेता के रूप में जानी जाती हैं। उनकी शिक्षा को लेकर विवाद अक्सर खड़ा किया जाता रहा है। साल 2014 के लोकसभा चुनाव में वो अमेठी क्षेत्र से चुनाव लड़ी थीं, लेकिन हार गई थीं।
स्मृति ईरानी को शिक्षा और कपड़ा मंत्री बनाया गया
इसके बावजूद भी उन्हें साल 2014 स्मृति ईरानी को मोदी सरकार में शिक्षा मंत्रालय का जिम्मा सौंपा गया था। इतना ही नहीं, साल 2014 में चुनाव आयोग में नामकंन पत्र में शिक्षा को लेकर अलग जानकारी दी थीं। जिसके बाद उनकी शिक्षा को लेकर राजनीतिक गलियारें में जमकर बवाल मचा था।
उन्होंने 2019 लोकसभा चुनाव में नामंकन पत्र में बारहवीं पास शैक्षणिक योग्यता बताई थीं। गौर करने वाली बात ये है कि स्मृति ईरानी ने 2014 और 2019 लोकसभा चुनाव में नॉमिनेशन लेटर में अलग- अलग शैश्रणिक योग्यता के बार में जानकारी साझा की थीं।
पत्रकार मधु किश्वर ने स्मृति ईरानी की शिक्षा को लेकर किया था ट्वीट
Just discovered HRD Smriti Irani failed in class 12 exam twice. Third time she got right royal 47%
— Madhu Purnima Kishwar (@madhukishwar) January 21, 2015
स्मृति ईरानी की गलत जानकारी का मुद्दा जब गरमाया था तब पत्रकार मधु किश्वर ने ट्वीट कर लिखा था कि- कैबिनेट मंत्री स्मृति बारहवीं
क्लास में दो बार फेल हो चकुी और तीसरी बार जब उन्होंने यह परीक्षा उत्तीर्ण की तो उन्हें केवल 47 प्रतिशत मार्कस मिले।
साल 2004 में आम चुनाव में स्मृति ईरानी पुरानी दिल्ली के चांदनी चौक से भारतीय जनता पार्टी की ओर से चुनावी मैदान में उतारा गया था। तब उन्होंने चुनाव आयोग में भरे नामंकन पत्र में साल 1996 में अपने आप को बीए बताया था। साल 2019 लोकसभा चुनाव में स्मृति ईरानी ने अमेठी सीट से कांग्रेस पूर्व राहुल गांधी को हराया था। अभी भी वो मोदी सरकार बतौर कपड़ा मंत्री के रूप में काम कर रही हैं।