अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की रहस्यमयी मौत पर सवाल उठ रहे हैं। वहीं सुशांत की मौत की बाद से सोशल मीडिया पर इंडस्ट्री में चल रही पक्षपात, वंशवाद, गुटबाजी जैसे मुद्दों पर बहस छिड़ी हुई है। बता दें कि सबसे ज्यादा करण जौहर को ही लपेटा गया है। फिलहाल इस मुद्दे को लेकर इंडस्ट्री मे माहौल गरमाया हुआ है। इसी दौरान आमिर खान के भाई फैजल खान ने भी अपने साथ घटी एक घटना का इंटरव्यू के दौरान जिक्र किया है।
स्टार किड होने का सिर्फ यही है फायदा
मशहूर अभिनेता आमिर खान के भाई फैजल खान ने फिल्म निर्माता करण जौहर को लेकर एक नया खुलासा किया है। एक इंटरव्यू के दौरान फैजल ने बताया कि आमिर के 50वें जन्मदिन की पार्टी के दौरान करण जौहर ने उन्हें अपमानित किया था। फैजल ने फिल्म इंडस्ट्री में वंशवाद और पक्षपात को लेकर बहस चल रही है। वहीं उन्होंने अपना उदाहरण देते हुए कहा है कि एक स्टार किड होने का फायदा सिर्फ इतना है कि उन्हें करियर के शुरुआती दिनों में काम मिल जाता है। फिर इस दिशा में बढ़ने के लिए अपनी कलाकारी की जरूरत होती है।
सरेआम किया था बेइज्जत –
फैजल का कहना है कि उसी पार्टी के दौरान करण जौहर ने उनके साथ अजीब बर्ताव किया। फैजल ने बताया कि वह किसी दूसरे इंसान से बात कर रहे थे, लेकिन करण उन्हें उस इंसान से बात करने से रोक रहे थे। करण ने उस इंसान को फैजल के पास से हटाने की कोशिश की। इस तरह से करण ने उनकी बेइज्जती की। फैजल अपने भाई आमिर खान के साथ फिल्म ‘मेला’ में शंकर के किरदार में नजर आए हैं। हालांकि यह फिल्म फ्लॉप रही।
ऑफिस तक में आने से मना कर दिया था
बता दें कि फैजल ने फिल्में तो बहुत की हैं। फैजल ने बताया कि उस फिल्म के बाद वह सोचते थे कि लोग उन्हें उनका काम देखते हुए ज्यादा काम देना शुरू कर देंगे। लेकिन ऐसा नहीं हुआ, लोगों ने उनको अपने ऑफिस तक में आने से मना कर दिया। फैजल ने बताया कि वह कुछ ऐसे वक्त से भी गुजरे हैं जब कई निर्माता और निर्देशक उनसे मिलते तक नहीं थे।
स्टार किड न होते हुए भी कमाया नाम –
फैजल ने वंशवाद पर अपनी भी राय दी और कहा कि इंडस्ट्री में शाहरुख खान, अक्षय कुमार, आयुष्मान खुराना, राजकुमार राव, यही नहीं सुशांत सिंह राजपूत भी ऐसे अभिनेता रहे हैं, जिन्होंने स्टार किड ना होते हुए भी खूब नाम कमाया। स्टार किड होने का फायदा सिर्फ इतना है कि करियर के शुरुआत में एक या दो फिल्मों में काम मिल जाता है। अगर किसी के पिता कोई बड़े निर्माता या निर्देशक हैं तो शायद दो-चार फिल्में और ज्यादा उन्हें मिल जाएंगी। लेकिन फिर हर कलाकार को खुद अपना हुनर ही आगे बढ़ाता है। फिर किस्मत का भी साथ होना जरूरी है।