मुम्बई- बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद से इंडस्ट्री में इंसाइडर और आउटसाइडर को लेकर बहस जारी है। इस मामले में कई एक्टर- एक्ट्रेस, डायरेक्टर और प्रोड्यूसर्स ने नेपोटिज्म पर अपनी राय खुलकर रखी है। अब हाल ही में जॉन अब्राहम ने इनसाइडर-आउटसाइडर पर चल रही बहस पर अपनी राय रखी है।
बॉलीवुड एक्टर जॉन अब्राहम ने कड़ी मेहनत कर खुद के लिए इंडस्ट्री में जगह बनाई है। इनका कोई गॉडफादर नहीं था। अपनी मेहनत से जॉन आज इस मुकाम पर पहुंचे हैं। उन्होंने इसकी तुलना ट्विटर ट्रेंडिंग टर्म से की है।
इंडस्ट्री में केवल हैं दो विकल्प
एक इंटरव्यू के दौरान जॉन अब्राहम ने अपनी राय रखते हुए कहा है कि, हर किसी का अपना सफर होता है। अपने चैलेंजेज होते हैं और यहां इस इंडस्ट्री में केवल दो विकल्प हैं, या तो काम करो या फिर बैठकर बस जहर घोलते रहो। उन्होंने कहा कि, मैं इस तरह के किसी टर्म का समर्थन नहीं करता। ये आपका ट्विटर कल्चर है।
जॉन आगे कहते हैं कि जब मैंने अपने मॉडलिंग करियर की शुरुआत की थी तो मैं एक आउटसाइडर ही था। जॉन अब्राहम को इंडस्ट्री में काम करते हुए 20 साल से ज्यादा हो चुके हैं। जॉन का कहना है कि नए लोग जो इंडस्ट्री में आ रहे हैं और जो युवा यहां आने की प्लानिंग कर रहे हैं वे सभी खुद के लिए विकल्प ढूंढें। अगर कोई काम नहीं मिलता है तो खुद के लिए काम बनाएं।
आउटसाइडर के लिए मैं अच्छा उदाहरण
जॉन अब्राहम ने कहा कि मुझे ये बात स्पष्ट है कि मैं यहां अपना काम करने आया हूं और इसे अच्छी तरह से करूंगा। मैं इंडस्ट्री के बाहर से आया हूं और इसे अपना बनाया है। यह लोगों के लिए बहुत अच्छा उदाहरण है। जॉन के अपकमिंग प्रोजेक्ट्स की बात करें तो जॉन इस समय संजय गुप्ता की क्राइम ड्रामा फिल्म मुंबई सागा में व्यस्त हैं।
वहीं उनके पास और दो फिल्में हैं, सत्यमेव जयते 2 और अटैक। पिछले वर्ष जॉन कॉमेडी मल्टी स्टारर पागलपंती, जासूसी थ्रिलर रोमियो अकबर वाल्टर और बाटला हाउस में दिखे थे।