अहमदाबाद: सत्ता धारियों की हनक से जुड़ा एक मामला गुजरात से आया है जहां एक ईमानदारी से काम करने वाल महिला पुलिसकर्मी को अपना काम सही से करने की सजा मिरी है जिसके बाद उसने खुद अपने आत्मसम्मान को लगी चोट के चलते इस्तीफा दे दिया है ओर गुजरात का ये मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है।
मंत्री पुत्र की लगा दी क्लास
दरअसल, जब गुजरात सरकार कोरोना के चलते मास्क लगाने की अपील कर रही है तो पुलिस को सख्ती करने के फ़रमान दे रही है। लेकिन जब उनके एक मंत्री के समर्थक गुजरात सरकार के नियम की धज्जियां उड़ाते नजर आए तो महिला पुलिसकर्मी कर्तव्य पालन के चलते उनसे पूछताछ कर ली और ये पूछताछ उस ईमानदार महिला पुलिसकर्मी को भारी पड़ी।
महिला पुलिसकर्मी की सख्ती पर मंत्री समर्थकों ने मंत्री के बेटे को बुलावा भेजा लेकिन वो मंत्री का बेटा आया तो गुजरात की ये महिला पुलिसकर्मी कर्तव्य पथ पर डटी रही और सख्त रवैए से उस मंत्री पुत्र की क्लास लगा दी और जानकारी अपने सीनियर को दी।
वायरल कर दी बातचीत
गुजरात पुलिस के इंस्पेक्टर ने जैसे ही फोन पर मंत्री का नाम सुना, उनके हाथ-पांव फूल गए। उन्होंने महिला सिपाही को घर जाने को कह दिया। क्योंकि सीनियर से ऑर्डर था घर जाने को तो पुलिसकर्मी मौके से रवाना हो गई। किन मंत्री के समर्थकों और उनके बेटे ने महिला सिपाही के साथ बातचीत का ऑडियो रिकॉर्ड कर लिया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया और यहां से मुद्दा आगे बढ़ गया।
दे दिया इस्तीफा
इसके बाद महिला ने अपने आत्मसम्मान को ठेस लगने के चलते पुलिसिया सिस्टम से तंग आकर त्यागपत्र दे दिया है जिसके बाद गुजरात पुलिस के उस सीनियर इंस्पेक्टर समेत सरकार की भु लोग आलोचना कर रहे हैं इसके चलते हिंदी के प्रमुख कवि कुमार विश्वास ने भी मुख्यमंत्री विजय रुपाणी को ट्वीट करते हुए बडी बात कह दी।
तो फिर क्या तय किया @vijayrupanibjp जी ? ???? सत्ता का चरित्र कभी बदलेगा या हर बार बस सरकार ही बदलेगी ? उस सीनियर को जूनियर करिए और इस बहादुर जूनियर को सीनियर बनाइए ???????? https://t.co/QS5dPSdn36
— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) July 12, 2020
कुमार विश्वास ने जहां उस महिला की तारीफ की तो उस सीनियर पुलिस ऑफिसर की आलोचना करते हुए गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी से मांग की कि गस महिला को सीनियर पोस्ट पर बिठाया जाए और उस सीनियर को जूनियर कर दिया जाए महिला ने मंत्री का नाम सुनने के बावजूद जिस तरह से बिना डरे अपने कर्तव्यों का पालन किया है वो प्रशंसनीय है।