देश में बिजली संरक्षण और विस्तार को लेकर आए दिन प्रयास किए जा रहे हैं। ईईएसएल आए दिन इस मामले में काम कर रहा है। लेकिन आज के दौर में बिजली का बिल बहुत अधिक आता है। ऐसे में इस सार्वजनिक संस्था ने एक बीड़ा उठाया है, जिसके तहत अब कंपनी लोगों के बिजली के बिलों को कम करने के लिए काम कर रही है।
10 रुपए में एलईडी
एलईडी को लेकर ये कहा जाता है कि इससेे बिजली महंगी बचत होती है और रोशनी पर किसी भी प्रकार का फर्क नहीं होता है। ऐसे में संस्थाएं अधिक से अधिक एलईडी के इस्तेमाल की बात कहती हैं। इसी बीच अब ईईएसएल ने अभी उजाला योजना के तहत एक बड़ा ऐलान किया है। कंपनी के प्रबंधक सौरभ कुमार ने घोषणा की कि प्रति परिवार 10 रुपए की कीमत पर 3 से 4 एलईडी बल्ब दिए जाएंगे।
50 करोड़ बल्ब की मदद
बिजली मंत्रालय के अंतर्गत आने वाली संस्था के मुताबिक अब देश में 50 करोड़ एलईडी बल्ब दिए जाएंगे। जानकारी के अनुसार इन एलईडी बल्ब से बिजली की बड़ी बचत का अनुमान लगाया जा रहा है। जिसके तहत 12 हजार मेगावॉट बिजली की खपत पर रोक लगेगी और 5 करोड़ टन कार्बन का कम उत्सर्जन होगा।
पहली भी चला है अभियान
आपको बता दें कि इस मामले संस्था पहले भी 70 रुपए प्रति बल्ब की कीमत पर देश में 36 करोड़ से ज्यादा बल्ब बांट चुकी है। कंपनी से मिली जानकारी के अनुसार अब ये स्कीम ग्रामीण इलाकों में फिर से चलाने की योजनाएं बनाई जा रही हैं। जिसके तहत लोगों को 10 रुपए की कीमत पर 3 या 4 बल्ब दिए जाएंगे।
कैसे निकलेगा पूरा खर्च
दरअसल इस योजना के सभी खर्चों को ईईएसएल ही वहन करेगी और इसके लिए राज्य सरकार व केंद्र सरकार सब्सिडी नहीं लेगी और जो भी लागत होगी वो कार्बन ट्रेडिंग के जरिए वसूली जाएगी।
‘कंपनी ने बताया कि हम गांवों में प्रति परिवार अगर तीन एलईडी बल्ब देंगे तो उसके बदले तीन पुराने बल्ब लेंगे। हम उनका संग्रह करेंगे, उसकी निगरानी होगी कि कितने बल्ब आयें और उसमें कितने पुराने हैं। फिर उन्हें नष्ट किया जाएगा। यह सब संयुक्तराष्ट्र (जलवायु परिवर्तन पर संयुक्तराष्ट्र मसौदा सम्मेलन के तहत आने वाली स्वच्छ विकास प्रणाली के अंतर्गत) की मंजूरी के तहत होता है और हमें इसके लिये कॉर्बन प्रमाणपत्र मिलता है। इन प्रमाणपत्रों की विकसित देशों में मांग है जहां हम इसे बेचेंगे और एलईडी बल्ब की लागत वसूल करेंगे।’
बिजली का बिल होगा कम
70 रुपए की कीमत में बल्बों की बिक्री की संखया कम रही थी। जिसको लेकर कंपनी ये मान रही है कि 70 रुपए की कीमत ग्रामीण क्षेत्रों में ज्यादा है। इसके लिए कई राज्यों की सरकारों से सब्सिडी मिलने पर 10 रुपए की कीमतों पर एलईडी बल्ब बेचे गए थे। उस दौरान वहां 95 फीसदी लोगों ने बल्ब खरीदे थे। कंपनी ने जानकारी दी है कि इससे लोगों के बिजली के बिल में भी बहुत कमी आएगी और उपभोक्ताओं के 2530 हजार करोड़ के बिल में सालाना कम हो जाएगी जो कि उनके लिए एक बड़ी बचत का श्रोत होगा।