कानपुर के कुख्यात बदमाश विकास दुबे ने उज्जैन के महाकाल मंदिर के बाहर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया, पुलिस 7 दिन से विकास दुबे की तलाश में लगी हुई थी।
विकास दुबे की बात करें तो माना जा रहा कि विकास दुबे ने आत्मसमर्पण किया है, बताया जा रहा कि विकास दुबे ने महाकाल मंदिर के सिक्यूरिटी गार्ड से कपनी पहचान बताई और गार्ड ने पुलिस को फोन कर इसकी सूचना दी।
मध्यप्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने इसकी पुष्टि की। वहीं उन्होंने इसके बारे में ज्यादा जानकारी देने से इनकार कर दिया। विकास की गिरफ्तारी को मध्यप्रदेश के पुलिस की बड़ी कामयाबी बताया जा रहा है। इसके बाद यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी मध्यप्रदेश के पुलिस को बधाई दी है।
मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भोपाल में मीडिया को बताया,
‘मैं फिलहाल बता रहा हूं कि हमने दुबे को गिरफ्तार किया है। वह हमारी हिरासत में है।’
जब मिश्रा से सवाल किया गया कि क्या महाकाल मंदिर में गिरफ्तारी हुई, तो उन्होंने कहा, ‘मंदिर के बाहर—अंदर को बीच में न लाएं पर उज्जैन में गिरफ्तारी हुई है।’
महाकाल मंदिर के पुजारी आशीष ने बताया कि
“एनकाउंटर के डर से विकास दुबे खुद से सरेंडर करना चाहता था। मंदिर परिसर में पहुंचने के बाद विकास दुबे चिल्ला चिल्लाकर कहने लगा कि वह ही विकास दुबे है। उसने महाकाल मंदिर के सुरक्षाकर्मियों से कहने लगा कि पुलिस को सूचना दी जाए।”
पुजारी आशीष ने बताया कि
“मंदिर परिसर में तैनात सुरक्षाकर्मियों को लगा कि इस शख्स की शक्ल कानपुर के अपराधी विकास दुबे से मिलती है, तो उन्होंने उसे पकड लिया। उसके बाद महाकाल मंदिर के पुलिस चौकी को सूचना दी गई। यह पूरा प्रकरण करीब 9 बजे के आसपास हुआ। विकास दुबे ने 250 रुपये की रसीद कटवाकर मंदिर में दाखिल हुआ था।”
पुजारी ने बताया कि
“जब विकास दुबे रसीद कटवाने के लिए पहुंचा तभी वहां मौजूद कर्मचारी को लगा कि यह विकास दुबे है। शक होने पर मंदिर के कर्मचारियों ने उसे गिरफ्त में ले लिया।”