भारत में इस साल वर्ल्ड कप (World Cup 2023) का आयोजन किया जाएगा। ऐसे में टीम इंडिया के पास अपनी धरती पर खिताब जीतने का सुनहरा मौका है। इस बार टीम की अगवाई रोहित शर्मा करने जा रहे हैं। इससे पहले साल 2011 में विश्व कप भारत में खेला गया था। तब महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में भारतीय टीम ने इतिहास रचते हुए वर्ल्ड कप ट्रॉफी पर कब्जा किया था। बता दें कि हिटमैन 2011 विश्व कप विजेता टीम का हिस्सा नहीं थे। हालांकि वह चयन की दौर में शामिल थे। उन्हें टीम में जगह क्यों नहीं मिली, इसका खुलासा तब के चयनकर्ता रहे राजा वेंकट ने किया है।
वर्ल्ड कप में रोहित शर्मा होंगे टीम के कप्तान

तमाम क्रिकेट फैंस जिस टूर्नामेंट का चार साल इंतजार करते हैं वह इस साल अक्टूबर-नवंबर में खेला जाएगा। हम बात कर रहे हैं आईसीसी विश्व कप (World Cup 2023) की जिसकी मेजबानी इस साल भारत कर रहा है। इसके कार्यक्रम आ चुके हैं। पहला मैच इंग्लैंड बनाम न्यूजीलैंड के बीच टूर्नामेंट का पहला मैच खेला जाएगा। वहीं टीम इंडिया (Team India) का पहला मैच बनाम ऑस्ट्रेलिया के साथ चेपॉक में होगा। बता दें कि इस साल आईसीसी के सबसे बड़े टूर्नामेंट में टीम इंडिया की कमान रोहित शर्मा के हाथों में होगी। देखना है उनकी कप्तानी में भारतीय टीम क्या करिश्मा कर पाती है।
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2011 वर्ल्ड कप में धोनी के चलते रोहित हुए थे बाहर

रोहित शर्मा के कंधों पर इस बार 140 करोड़ भारतवासियों की उम्मीदों का भार होगा। गौरतलब है कि इस साल अक्टूबर-नवंबर में होने वाले आईसीसी वर्ल्ड कप (World Cup 2023) में वह भारतीय टीम की अगुवाई करेंगे। पिछली बार 2011 में भारत ने विश्व कप की मेजबानी की थी। तब एमएस धोनी ने अपनी कप्तानी में भारत को चैंपियन बनाया था। हालांकि रोहित उस टीम का हिस्सा नहीं थे। दरअसल 2011 में टीम इंडिया के चयनकर्ता रहे राजा वेंकट (Raja Venkat) ने एक हालिया इंटरव्यू के दौरान इसके पीछे का बड़ी वजह का खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि धोनी की मर्जी से यह हुआ था। दरअसल वेंकट ने कहा,
“2011 विश्व कप के लिए रोहित शर्मा को लेकर चर्चा हो रही थी। कोच गैरी कर्सटन भी उनके चयन से सहमत थे, मगर कप्तान धोनी उनकी जगह पियूष चावला को टीम में चाहते थे।”